नोखा में सुभाषचंद्र बोस की जयंति पथ संचलन: शहर में लोगों ने पुष्प वर्षा कर किया स्वागत, बच्चों को देश प्रेम का संदेश दिया
नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा॥ विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से संबंद्ध आदर्श विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक नोखा के विद्यार्थियों ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जयंती के उपलक्ष्य में पथ संचलन का सोमवार शाम को आयोजन हुआ। पथ संचलन का कार्यक्रम राजकीय भट्टड़ विद्यालय प्रांगण से प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मालचंद गट्टानी, अध्यक्षता बाबूलाल चांडक, मुख्य वक्ता मांगीलाल बागड़ी महाविद्यालय के प्राचार्य दिग्विजय सिंह, प्रबंध समिति के संरक्षक शिवनारायण झंवर ने मां सरस्वती, भारत माता और सुभाष चन्द्र बोस के चित्र समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर माँ सरस्वती की वन्दना के साथ किया गया।n
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कार्यक्रम के मुख्य वक्ता दिग्विजय सिंह ने कहा कि हम सभी आजादी के महानायक नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 126वीं जयंती पर उन्हें कोटि नमन करते हैं। उन्होंने अपने असाधारण देश प्रेम, अदम्य साहस व तेजस्वी वाणी से युवाओं को संगठित कर विदेशी शासन की नींव हिला दी। मातृभूमि के लिए उनका अद्वितीय त्याग, तप व संघर्ष सदैव देश का मार्गदर्शन करता रहेगा। समाज को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व विद्या भारती कर रही है।
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छोटे-छोटे बालकों ने देश भक्ति व महापुरुषों के प्रति श्रद्धा, भारतीय संस्कृति को बनाये रखने का कार्य विद्या मंदिर के विद्यार्थियों की ओर से किया जाता है। विद्या मंदिर के एक हजार विद्यार्थियों ने कदम से कदम मिलाकर घोष के साथ संचलन किया। प्रधानाचार्य मूलचंद सारस्वत ने बताया कि पथ संचलन नगर के विभिन्न मार्ग भट्टड़ विद्यालय, जैन चौक, कटला चौक, घंटाघर, पेट्रोल पंप, लखारा चौक, मस्जिद चौक, बस स्टैंड रोड, सत्यनारायण जी मंदिर, मुख्य मार्ग से होते हुए जोरा देवी गट्टाणी आदर्श विद्या मंदिर नागौर रोड तक निकाला गया। पथ संचलन का मुख्य आकर्षण विद्यार्थियों का घोष दल रहा, जिसमें घोष प्रमुख के नेतृत्व में किरण और श्रीराम रचनाओं का वादन किया गया, जिसमें आणक, विभुज, शंख, प्रणव व झल्लरी वाद्ययंत्र का वादन किया गया।
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संचलन में जगह जगह शहर के गणमान्य नागरिकों द्वारा पुष्प वर्षा कर भारत माता के जयकारों के साथ भव्य स्वागत किया। जोरा देवी विद्या मन्दिर में सभी विद्यार्थियों को अल्पाहार दिया गया। प्रबन्ध समिति संरक्षक शिवनारायण झंवर ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस की देशभक्ति और उनकी ऊर्जा से ओत-प्रोत विचारों ने युवाओं को दिशा दी। उनके इसी दम पर न केवल देश की आजादी की लड़ाई लड़ी गई, बल्कि अंग्रेजी हुकूमत की जड़ें हिलाई गईं।