एशिया की सबसे बड़ी मोठ मंडी नोखा के हालात बदतर, चारों ओर गन्दगी का आलम:- प्रशासन नही ले रहा ले रहा संज्ञान, व्यापारियों में रोष

नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा॥ एशिया की सबसे बड़ी मोठ मंडी में गंदगी के अंबार से रहना मुश्किल हो गया है। दुर्गंध से व्यापारी व किसान खासे परेशान हैं। नोखा कृषि उपज मंडी परिसर में व्याप्त गंदगी के बीच किसान अपनी जिन्स को बेचने तो, व्यापारी उसे खरीदने को विवश हैं। कृषि मंडी में फैली गंदगी और कचरे के लगे ढेर से बीमारियां फैलने की आशंका बनी है। हालात ऐसे हैं कि कृषि मंडी में उचित सफाई नहीं होने से परिसर में जगह-जगह गंदगी फैली है और कचरे के ढेर लगे हुए हैं। नालियों में पानी निकासी की सही व्यवस्था नहीं होने से उनमें कचरा व गंदा पानी भरा है, नालियों में मच्छर पैदा होने के साथ ही दुर्गंध आ रही है। मंडी में हल्की बारिश होते ही जलभराव हो जाता है, जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करता पडता है। साथ ही कीचड़ के कारण मंडी में फिसलन भी बनी रहती है। मंडी की अव्यवस्था को लेकर व्यापारियों में आक्रोश है। व्यापारियों का कहना है कि मंडी को लक्ष्य से दोगुना राजस्व प्राप्त हो रहा है। इसके बावजूद यहां पर मंडी का विकास करना तो दूर, मूलभूत सुविधाओं का टोटा है। मंडी की समस्याओं को लेकर कई बार मौखिक व लिखित रुप में मंडी सचिव को अवगत कराने के बावजूद भी समस्याओं का समाधान नहीं कराया जा रहा है। व्यापारियों ने मंडी में सफाई व्यवस्था में सुधार कराने की मांग की।nn

दुकानों के आगे फैली गंदगी
nnव्यापारियों ने जताया आक्रोश, व्यवस्था को सुधारने की रखी माँगः कृषि मंडी में गंदगी को लेकर कृषि मंडी समिति नोखा के कच्ची आढत व्यापार संघ अध्यक्ष शिवकुमार डेलू, रामनिवास डेलू, अशोक सारण, अखाराम भाम्भू, सुभाष खीचड़, अजय खीचड़, केशव झंवर, हरिराम, पुरखाराम, सुन्दरलाल, शिवलाल सिंवर, हरीराम सारण, हुलास डागा, मुकेश बिहाणी, श्याम सुंदर, भैराराम, संदीप बेनीवाल आदि ने आक्रोश जताते हुए सफाई व्यवस्था में सुधार कराने की मांग की।nn
निकासी की व्यवस्था नहीं होने से नालियों मे भरा गंदा पानी
nnमंडी प्रशासन शुल्क तो पूरा वसूल करता, सुविधाएं कुछ नहींः व्यापरियों ने कहा कि कृषि मंडी में साफ-सफाई नियमित नहीं होने से चारों तरफ कचरें के ढेर लगे हैं। मुख्य नालियों में गंदा पानी भरा हुआ है, जिसमें दुर्गंध व मच्छरों से लोग परेशान हैं। मंडी बरसाती पानी निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने से बारिश में तो हाल-बेहाल हो जाते हैं। आक्रोशित व्यापारियों का कहना था कि मंडी प्रशासन शुुल्क तो पूरा वसूल करता है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर व्यवस्थाएं नाकाफी हैं। सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं होने पर आला अधिकारियों को इसकी शिकायत करने की बात भी कही गई।nn
नियमित सफ़ाई के अभाव में कचरे के लगे ढेर
nnएसडीएम के आदेश भी बेअसर, नियमित सफाई नहीं होने से फैली गंदगी, बीमारी फैलने की आशंकाः कृषि मंडी की अव्यवस्थाओं को लेकर कई बार खबर प्रकाशित होने के बाद एसडीएम कल्पित शिवरान कृषि मंडी में निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने, मंडी परिसर में घूमकर अव्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए मौके पर ही मंडी सचिव को व्यवस्था में शीघ्र सुधार कराने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद मंडी की सफाई व्यवस्था में कोई विशेष सुधार नहीं हुआ।

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