नोखा में जीएसएस बनाने के लिए नहीं मिल रही जमीन:बिजली समस्याओं से हजारों उपभोक्ता परेशान, प्रशासन को भूमि आवंटन के लिए लिखा पत्र
नोखा टाईम्स न्यूज़,नोखा।।nnजोधपुर विद्युत वितरण निगम की ओर से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ते विद्युत दबाव को कम करने के लिए एक नए जीएसएस स्थापित किए जाने का प्रस्ताव भिजवाया गया था। जिस पर डिस्कॉम की ओर से वित्तीय स्वीकृति प्राप्त होने के बाद निगम को एक बीघा भूमि आवंटन का इंतजार है।nnनिगम की ओर से मसूदा उपखंड प्रशासन को नोखा में 33/11 केवी क्षमता के जीएसएस निर्माण को लेकर भूमि आवंटन के लिए पत्र लिखा था, जिससे इस क्षेत्र में जीएसएस स्थापित किया जा सके। नोखा के अलावा घटटू में भी जीएसएस बनाने ले लिए एक बीघा जमीन की आवश्यकता है। वहां पर भी जमीन के अभाव में जीएसएस नहीं बन पा रहा है।nnशहर में 32 हजार उपभोक्ताओं को बिजली व्यवस्था को लेकर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जमीन आवंटन को लेकर निगम के अधिकारियों ने एक बार पुनः नोखा एसडीएम रिमाइंड पत्र भी लिखा है।जमीन के लिए निगम लंबे समय से प्रयासरत है।nnविद्युत समस्याओं का करना पड़ रहा है सामनाnnशहर के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार बढ़ रहे बिजली दबाव के चलते विद्युत संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कम क्षमता के कारण विभिन्न क्षेत्रों में पॉवर सप्लाई बाधित होने, ट्रिपिंग व वोल्टेज सहित ट्रांसफॉर्मर जलने की परेशानी से व्यापारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, अब एक नए जीएसएस विकसित होने पर शहर का पॉवर लोड आधा-आधा हो जाएगा, जिससे क्षेत्र वासियों को परेशानियों से निजात मिलेगी।nnकरोड़ों के होने हैं कार्यnnविद्युत निगम की ओर से शहर में विद्युत व्यवस्था सुधार अन्तर्गत 33 केवी जीएसएस निर्माण के साथ ढाई करोड़ रुपए के स्वीकृत कार्य पूरे होने हैं। इस संबंध में विद्युत निगम के अधिकारियों ने प्रशासन को अनेक बार पत्र व्यवहार के माध्यम से आस-पास जमीन उपलब्ध करवाने की मांग की लेकिन जमीन नहीं मिली है। जिसका वर्क ऑडर आरटीडीएस टीम के तहत होगा।nnएईएन निमिश लखनपाल ने बताया कि डिस्कॉम मुख्यालय से जीएसएस के लिए वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद उपखंड प्रशासन को नोखा में भूमि आवंटन के लिए पत्र लिखा है। उपखंड प्रशासन की ओर से मंजूरी के बाद जीएसएस निर्माण शुरू किया जाएगा। सांईसर गांव में भी जीएसएस के लिए जमीन देखी है वहां पर जमीन का नॉमिनेशन होने के बाद जीएसएस बनाया जाएगा। वहीं घट्टू में अभी तक जमीन नहीं मिली है।