आयकर छापा● चार दिन चले छापे के बाद टीमें रवाना, दुबई में निवेश के कागजात भी मिले, अभी जारी रहेगी जांच, तीन कारोबारियों की 70 करोड़ की अघोषित आय का खुलासा, झंवर ने 52, राठी ने 10, चायल ग्रुप ने 8 करोड़ सरेंडर किए
नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा।। पिछले चार दिन से बीकानेर और नोखा में तीन कारोबारियों के ठिकानों पर चल रही इनकम टैक्स की कार्रवाई में 70 करोड़ रुपए की अघोषित आय मिली है। नोखा के हनुमान झंवर ग्रुप ने सबसे ज्यादा 52 करोड़ रुपए की अघोषित आय सरेंडर की है। यह ग्रुप ग्वार गम और दालों का कारोबार करता है। वहीं बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल के अध्यक्ष और ऑटो मोबाइल कारोबारी जुगल राठी ने 10 व सुखदेव चायल ग्रुप ने 8 करोड़ रुपए की अघोषित आय सरेंडर की है। इनके ठिकानों पर गुरुवार से कार्रवाई चल रही थी। रविवार रात तक सभी ठिकानों पर कार्रवाई पूरी हो गई।nnकोरोना काल में किए गए निवेश पर रहेगी विशेष नजर:- आयकर विभाग की अन्वेषण शाखा के सहायक निदेशक अरविंद मीणा ‘ने बताया रविवार को भले ही सभी ठिकानों पर छापे की कार्रवाई पूरी हो चुकी हो, लेकिन चार दिन में मिले दस्तावेजों और अघोषित आय की पड़ताल का सिलसिला जारी रहेगा। मीणा ने बताया कि जांच के दौरान बीकानेर में एक कारोबारी के ठिकाने पर दुबई में किए गए प्रॉपर्टी निवेश के डॉक्यूमेंट भी मिले थे। वहीं कोरोना काल के दौरान नोखा के दाल कारोबारी द्वारा विभिन्न बिजनेस में किए गए निवेश के बारे में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए थे।nnअब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई: चार दिन से चल रही इनकम टैक्स के छापे को बीकानेर में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है। इससे पूर्व एक साथ तीन कारोबारियों के 40 ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई कभी नहीं हुई थी। इनकम टैक्स के सहायक आयकर निदेशक अरविंद मीणा ने बताया कि पिछले चार दिनों से विभिन्न जिलों से आई अन्वेषण शाखा के अधिकारियों की मेहनत रंग लाई है। उन्होंने बताया कि अन्वेषण शाखा के निदेशक सुधांशु झा के निर्देशन में एडिशनल निदेशक करणीदान चारण का विशेष सहयोग रहा।nn• डेढ़ करोड़ रुपए की ज्वैलरी, एक करोड़ रुपए जब्त : आयकर विभाग की अन्वेषण शाखा के सहायक आयकर निदेशक अरविंद मीणा ने बताया कि सर्च की कार्रवाई में डेढ़ करोड़ रुपए की गोल्ड ज्वैलरी और करीब एक करोड़ रुपए की नकदी को सीज किया गया है। इनके बारे में संबंधित कारोबारी कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए थे।nnसात महीने से थी कारोबारियों पर नजर: जिन तीन ठिकानों पर आयकर विभाग की अन्वेषण शाखा ने गुरुवार को छापामार कार्रवाई शुरू की उनसे संबंधित कारोबारियों पर विभाग की पिछले सात महीनों से नजर टिकी हुई थी। इन सात महीनों में विभाग के अधिकारियों ने बोगस ग्राहक बनकर संबंधित व्यापारियों से कारोबार संबंधी डील भी की।