नोखा:- शादी के 7 दिन बाद लुटेरी दुल्हन हुई फरार, नकदी व सोने चांदी के जेवरात भी ले गई, पुलिस से नहीं मिली मदद तो परिवादी ने ली कोर्ट की शरण
नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा।। जिले के नोखा कस्बे में लुटेरी दुल्हन का मामला सामने आया है। लुटेरी दुल्हन सात दिन बाद पति के घर से नकदी व सोने-चांदी के जेवरात लेकर फरार हो गई। जब पीडि़त ने शादी के करवाने वाले बिचौलिए से संपर्क किया तो पहली बार में उसने आश्वासन दिया कि उसकी पत्नी वापस घर आ जाएगी। जब पत्नी नहीं आई तो पीडि़त ने बिचौलिए को दुबारा फोन किया। तब बिचौलिए ने पीडि़त को धमकी दी और कहा कि उन्हें शादी के नाम उससे रुपए ऐंठने थे, वो ऐंठ लिये, अब ना पत्नी मिलेगी और ना ही पैसे व जेवरात। इस पर पीडि़त ने कोर्ट इस्तगासे के जरिये नोखा पुलिस थाने में लुटेरी दुल्हन सहित बिचौलिए के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है।
परिवादी नोखा के गांधी चौक निवासी कमलचंद बैद उम्र 41 वर्ष पुत्र भैरूदान बैद ने रिपोर्ट देते हुए बताया कि पंजाब भटिण्डा निवासी दर्शनसिंह अरोड़ा उर्फ राजू उसका जानकार है। दर्शनसिंह ने परिवादी से कहा आप अविवाहित है तथा उसकी जान पहचान में एक लड़की है जिससे वह उससे शादी करवा देगा। शर्त यह है कि शादी के लिए लड़की वालों को आर्थिक मदद करनी पड़ेगी। इस पर परिवादी ने दर्शनसिंह की बात पर विश्वास कर लिया। उसके बाद दर्शनसिंह ने पंजाब के मुकतसर जिले के चानू निवासी करमजीत कोर उर्फ कोमल नाम की लड़की व उसके भाई सोनू उर्फ राजू से परिवादी की मुलाकात करवाई। उस दोरान परिवादी को लड़की पंसद आई और शादी के लिए हां कर दी। बिचौलिये दर्शनसिंह, करमजीत कौर व लड़की के भाई राजू ने शादी के लिए एक लाख पच्चास हजार रुपए मांगे परिवादी से मांगे। तीनों की बातों में आकर परिवादी ने रुपए दे दिए।
10 अक्टूबर 2021 को मण्डी डब्बवाली के गीता भवन मंदिर में परिवादी की करमजीत कौर उर्फ कोमल से शादी करवा दी। उसके बाद करमजीत कोर परिवादी के साथ नोखा आ गई। परिवादी ने करमजीत कौर को अपनी पत्नी होने के नाते उपहार स्वरुप एक सोने का मंगलसूत्र, सोने के कानों में दो जोड़ी झूमके, एक सोने का माथे का टीका, एक सोने की अंगूठी, दो सोने के हाथ के कड़े, चांदी की पायजेब, बिछिया व फुलड़े दिए। शादी के सात दिन बाद 17 अक्टूबर परिवादी घर पर नहीं था। जिसका फायदा उठाते हुए परमजीत कौर आलमारी में रखे सोने-चांदी के जेवरात व 72 हजार रुपए लेकर बिना बताये चली गई। इस पर परिवादी ने परमजीत कौर को फोन किया लेकिन उसका फोन बंद था। जिस पर परिवादी ने बिचौलिए दर्शनसिंह उर्फ राजू से फोन पर बात कर पूरी कहानी बताई तो दर्शनसिंह ने कहा कि वह परमजीत कौर को कुछ दिनों के बाद भिजवा देगा। लेकिन काफी दिन बीत जाने के बाद भी परमजीत कौर वापस नहीं आई। 26 दिसंबर परिवादी ने दर्शनसिंह को फिर फोन किया तो उसने कहा कि उससे शादी के नाम पर रुपए ऐंठने थे वो ऐंठ लिये, अब हम ना परमजीत कौर उर्फ कोमल को वापस भेजेंगे और ना ही रुपए व जेवरात लौटाएंगे। इस तरह परिवादी के साथ शादी के नाम पर धोखाधड़ी हुई।
परिवादी का आरोप है कि जब उसने ने कार्रवाई हेतु नोखा पुलिस थाने में रिपोर्ट दी तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं। उसके बाद उसने एसपी को डाक के जरिये लिखित रिपोर्ट पेश की, जिसमें भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। अंत में परिवादी ने कोर्ट की शरण ली और इस्तगासा के जरिये मुकदमा दर्ज करवाया।