धरना प्रदर्शन व आंदोलन की चेतावनी:- भारतमाला रोड़ के पार अपने खेतों में जाने वाले किसानों का बंद कटाणी रास्ता खुलवाने की मांग

नोखा टाइम्स न्यूज, नोखा।। रासीसर गांव के ग्रामीणों ने भारतमाला रोड़ के पार अपने खेतों में जाने वाले किसानों का बंद कटाणी रास्ता खुलवाने की मांग को लेकर उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि ग्राम रासीसर पुरोहितान बास रोही में से होकर भारतमाला रोड़ अमृतसर-जामनगर हाईवे रोड़ का निर्माण कार्य चल रहा है जिसमें निर्माण कम्पनी द्वारा किसानों को अपने खेत आने जाने के कटाणी रास्ता है फिर भी कोई कटाणी रास्ता नहीं दिया गया है। रासीसर से उत्तर दिशा में जो टोल नाका और सर्किल बन रहा है उसके दूसरी तरफ 100 किसानों के खेत है जिसकों निर्माण कम्पनी द्वारा रोड़ बनाकर कटाणी रास्ता अवरूद्ध किया जा रहा है पूर्व में जो खेतों में जाने का कटाणी रास्ता था उसे बंद कर दिया गया है इससे किसानों को अपने खेतों में आने जाने का कोई कटाणी रास्ता नहीं रहा है। इसलिए उक्त 100 किसानों के खेतों में आने जाने का कटाणी रास्ता पूरी तरह बंद हो गया है अब किसानों को अपने खेतों में आवागमन का कोई साधन नहीं रहा है जिससे किसानों को खेती बाड़ी करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तथा किसान अपनी कृषि भूमि पर खेती पर खेती बाड़ी भी नहीं कर सकेगा। हम किसानें का खेती बाड़ी के अलावा आजीविका का अन्य कोई साधन नहीं है। भारतमाला रोड़ द्वारा  हमारा कटाणी रास्ता अवरूद्ध करने से लगभग 100 से अधिक किसानों की रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है तथा भारतमाला रोड़ पर कर्मचारी व ठेकेदारों ग्रामीणों औरतों को उक्त रास्ता से आवागमन के समय अभद्र व्यवहार करते है तथा किसानों की भूमि जबरन अतिक्रमण कर रहे है तथा किसानों पर झूठे मुकदमें दर्ज करवाकर उन्हे तंग परेशान किया जा रहा है। ग्राम रासीसर पुरोहितान बास के उत्तर दिशा में भारतमाला रोड़ के पार किसानें को अपने खेतों में आने जाने के लिए पुलिया का निर्माण स्वीकृत करवाकर किसानों को अपने खेतों में आवागमन हेतु कटाणी रास्ता उपलब्ध करवाने की मांग की गई। अन्यथा किसानों को धरना प्रदर्शन व आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ेगा। ज्ञापन देने महिलाऐं व पुरूष बड़ी संख्या में प्रदर्शन करते हुए किसान उपखण्ड कार्यालय पहुंचे व जहां उन्होंने एसडीएम स्वाति गुप्ता को ज्ञापन देकर 100 से ज्यादा किसान खेतों में जाने वाले कटाणी मार्ग को खुलवाने की मांग की। ज्ञापन देते समय धनराज, सहीराम, संतराम, जेठाराम, गोपाल, किशनाराम, रामचंद्र, हनुमान, ओमप्रकाश, मनोज, शिवलाल, विष्णु सहित महिला रामेश्वरी, सरोजदेवी, सुमन, किशना देवी, सुंदरदेवी, मंजूदेवी सहित अनेक महिला किसान भी मौजूद रहे।

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