नोखा पहुंचे रेलवे महाप्रबंधक विजय शर्मा, पालिकाध्यक्ष झँवर व अन्य नेताओं ने सौंपे ज्ञापन

नोखा टाइम्स न्यूज, नोखा।।  उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक विजय शर्मा ने शुक्रवार को नोखा रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। शर्मा बीकानेर से रवाना होकर नोखा पहुंचे। जीएम ने कहा कि पब्लिक के भी सुझाव लिए जा रहे उनके प्राप्त सुझावों के अनुसार रेलवे स्टेशन पर और यात्री सुविधाऐं बढाने पर विचार किया जाएगा। इस अवसर पर महाप्रबंधक ने रेलवे स्टेशन के प्रतिक्षा रूम व रनिंग रूम, दिव्यांग प्रवेश द्वार का गहन निरीक्षण किया। विजय शर्मा ने नोखा रेलवे स्टेशन का बारिकी से निरीक्षण किया एवं कार्यरत कर्मचारियों से उनकी कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी प्राप्त की तथा उनके बेहतर कार्य करने के लिए दिशा निर्देश प्रदान किए। कर्मचारियों से उनके कार्य के बारे में तथा समस्याओं के बारे में जानकारी ली तथा संबंधित अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश दिए। उन्होने नोखा के आदर्श रेलवे स्टेशन डीआरएम गीतिका पांडेय के साथ निरीक्षण किया। पालिकाध्यक्ष नारायण झँवर ने जीएम विजय शर्मा का साफा व पुष्पहार पहनाकर व पार्षद संतोष झँवर ने मूमेंटो देकर स्वागत अभिनंदन किया। इस अवसर पर पूर्व पालिका अध्यक्ष डॉ सीताराम पंचारिया, आसकरण भट्‌टड़, नरेन्द्रसिंह राजपुरोहित, पार्षद संतोष झँवर, भंवरसिंह शेखावत, भंवरलाल बाहेती, जगदीश मांझू, अंकित तोषनीवाल, नारायणसिंह राजपुरोहित, लक्ष्मीनारायण पंचारिया, जेठूसिंह राजपुरोहित, ताराचंद भूतड़ा, सुखराम भादू, कन्हैयालाल भूतड़ा, शिव दम्माणी आदि जीएम माला पहनाकर का स्वागत किया। मरूधरा पैसेंजर सोसाईटी की निर्मला भूतड़ा व किशना भूतड़ा ने स्मृति चिह्न भेंट किया। स्टेशन अधीक्षक अरुण कुमार सिंह, नथमल सहित आरपीएफ के अधिकारी और कर्मचारियों ने अधिकारियों को स्टेशन की जानकारी दी। निरीक्षण के दौरान डीआरएम गीतिका पांडे, पीसीसीएम अर्चना श्रीवास्तव, सीनियर डीओएम अजीत मीणा, सीनियर डीसीएम जितेन्द्र मीणा सीएमआई माणक परिहार भी उपस्थित रहे।

पत्रकारों से की वार्ता:- महाप्रबंधक ने बताया कि नोखा रेलवे स्टेशन की निरीक्षण कर वेटिंग हॉल, लेडिज वैटिंग रूम का निरीक्षण चल रहा है उन्होने बताया कि 2019 में जितनी ट्रेन थी वो सभी ट्रेन तो अभी नोखा में रूक रही है। नई डिमांड है उनके बारे में हम सब चर्चा करेगें व सुविधाएं लागू करने के प्रयास करेगें।

इन मांगों के सौंपे ज्ञापन:- नोखा पलिका अध्यक्ष नारायण झंवर ने नोखा रेलवे स्टेशन की प्रमुख मांगों से अवगत करवाते हुए बताया कि प्लेटफार्म नंबर एक व दो पर पर्याप्त टीनशेड नहीं होने के कारण गर्मी एवं बारिश के मौसम यात्रीआं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए टीनशेड का विस्तार किया जाएगा। पैदल पथ का विस्तार कर दोनों ओर बारही सड़क तक जोड़े जाने, प्लेटफार्म नंबर दो पर कोच पॉजीशन डिसप्ले लगाने, शुलभ शौचालय बनाने, प्लेट फार्म नंबर दो पर विकलांग व वृद्ध व्यक्तियों के लिए एंट्री गेट बनाने की मांग की। लीलण एक्सप्रेस को समय को सुविधाजनक करने व बीकानेर दादर व हमसफर एक्सप्रेस का नोखा में ठहराव करने भी मांग की। नोखा रेलवे स्टेशन पर वातानुकुलित प्रतीक्षालय बनाने, बीकानेर से तीर्थनगरी द्वारिका के लिए सप्ताहिक ट्रेन संचालित कर बीकानेर व जोधपुर के यात्रियों का पश्चिमी गुजरात से जुड़ाव करने व पैदल पार पथ पर स्वचाली सिढीया लगाने की मांग की। वहीं नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई द्वारा भेजा हुआ ज्ञापन भाजपा नेता व कार्यकर्ताओं ने महाप्रबंधक को सौंपकर बताया कि विधानसभा क्षेत्र नोखा में ट्रेन बीकानेर दादर व हमसफर का ठहराव नहीं होने से यहां के यात्रियों को 60 किमी दूर बीकानेर जाकर ट्रेन में बैठना पड़ता है। जिससे यात्रियों को भारी असुविधा होती है। उपरोक्त ट्रेनों का नोखा में ठहराव करवाया जाए। वहीं स्वच्छ पेयजल हेतु आरओ प्लांट, ब्लॉक रूम, सीआरपी एवं जीआरपी की चौकी हेतु भवन, नवलीगेट रेलवे गेट फाटक पर स्टाफ के लिए शौचालय आदि बनवाने की मांग भी की गई। युवा नेता मगनाराम केड़ली ने जोधपुर भटिंडा ट्रेन का सुरपूरा में ठहराव करने व टिकट खिड़की पर तत्काल रेलों की टिकट देने की मांग की।

5 मिनट का रास्ता पार करने में लगते है करीब 30 मिनट:- रेलवे ट्रेक नोखा को दो भागों में बांटता है। नोखा के एक इलाके में सरकारी कार्यालय स्थित है जिनमें तहसील कार्यालय, उपखण्ड कार्यालय, नगरपालिका कार्यालय, न्यायालय व पुलिस थाना स्थित है वहीं दूसरे इलाके में सदर बाजार, बागड़ी अस्पताल, सब्जी मंडी, जलदाय विभाग कार्यालय व बैंक आदि स्थित है। नोखा शहर में करीब एक लाख जनसंख्या निवास कर रही है जिनमें काफी लोगों को कस्बे इस पार से उस पार व उस पार से इस पार आना होता है। इस दौरान दिन में 15 बार रेलवे फाटक बंद होने का सामना करना पड़ता है। जब रेलवे फाटक बंद होता है तब लोग रेलवे फाटक के नीचे उस पार जाते जो जान जोखिम में डालने का काम करते है। कई लोग नियम तोड़कर प्लेटफार्म से होकर उस पार गुजरते है। रेलवे खुलने के बाद भी सदर बाजार से पैदल राहगीरों को उपखण्ड कार्यालय तक पहुंचने के लिए 100 मीटर की दूरी पार करने के एक से डेढ किमी घुमकर जाना पड़ता है। वाहन से उस पार जाते है तो पेट्रोल खर्च भी उठाना पड़ता है। रेलवे फाटक बंद होने पर अंडर ब्रीज से घुमकर आना पड़ता है तो ये दूरी एक किमी से बढकर तीन किमी हो जाती है। जिससे पेंट्रोल खर्च भी बढ जाता है। इस समस्या के समाधान का नितांत आवश्यकता है पैदल समपार पथ। ये पथ बन जाने से बाजार आने वाला ग्रामीण व अन्य लोग सदर बाजार से सीधे उपखण्ड कार्यालय से जुड़ सकते है। इससे समय व पेट्रोल खर्च से भी बचा जा सकता है।

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