डाबला तालाब को पर्यावरण का तीर्थ बनाने के लिए शुरू हुई श्री देव जसनाथ वानिकी यात्रा, नोखा पहुंचने पर हुआ स्वागत
नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा।। श्रीदेव जसनाथ वानिकी यात्रा का नोखा में स्वागत हुआ। संयुक्त राष्ट्र द्वारा भूमि संरक्षण के सर्वोच्च सम्मान लैंड फॉर लाइफ अवार्ड से सम्मानित प्रोफेसर श्यामसुंदर ज्यानी के नेतृत्व में श्री देव जसनाथ पारिवारिक वानिकी यात्रा नोखा पहुंची। यह यात्रा श्री देव भूमि डाबला तालाब को पर्यावरण का तीर्थ बनाने के उद्देश्य से प्रारंभ की गई है। नोखा में समस्त सिद्ध समाज के द्वारा इस यात्रा का स्वागत किया गया उसके बाद नोखा के चेयरमैन नारायण झंवर ने इस पारिवारिक वानिकी यात्रा से जुड़ने के लिए इनको अपने आवास स्थल पर बुलाया और वहां पर साफा और शॉल पहना कर इस यात्रा का स्वागत किया। इस यात्रा में 15 से अधिक सिद्ध और जसनाथी अनुयाई शामिल हैं जो कि पर्यावरण दिवस 5 जून को श्री देव भूमि डाबला तालाब से प्रारंभ हुई और यह यात्रा आगे भी समस्त गांवों और शहरों में जाएगी। जसनाथ जी महाराज के पर्यावरण हितेषी नियमों का प्रचार प्रसार करेगी एवं जसनाथ जी महाराज के अवतार भूमि डाबला तालाब को राजस्थान का एक अनूठा पर्यावरण मॉडल के रूप में तैयार करेगी। इस यात्रा के दौरान श्री देव जसनाथ संस्थागत वन के अध्यक्ष बहादुरमल भारी, अखिल भारतीय जसनाथी महासभा के महामंत्री समाजसेवी सादुलनाथ सिद्ध, सिद्ध युवा महासभा के पूर्व अध्यक्ष बीरबलनाथ जाखड़, आडसर सरपंच विश्वनाथ सिद्ध सहित समाज के अन्य गणमान्य लोग भी शामिल हुए। इस मौके पर नोखा में खेतनाथ, रुघनाथ, भंवरनाथ, काननाथ, रामस्वरूप, लोकेश सिद्ध व मनोज सिद्ध मौजूद रहे।