नोखा में डॉक्टर और मरीज के बीच विवाद: डॉक्टर ने थाने में दिया ज्ञापन, परेशान मरीज ने घटना का बनाया वीडियो, डॉक्टर का विवादों से नाता
नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा॥ नोखा जिला अस्पताल में सोमवार को शिशु रोग विशेषज्ञ और मरीज के बीच विवाद हो गया। ये विवाद इतना बढ गया कि डॉक्टर्स नोखा थाने में शिकायत लेकर पहुंच गए। कार्य के समाप्ति पर शाम को चिकित्सक एकत्रित होकर जिला अस्पताल के प्रभारी सुनील बोथरा के नेतृत्व में नोखा थाने पहुंचे और कार्रवाई की मांग की।n
थाने पहुंचे डॉक्टर
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जिला चिकित्सालय नोखा के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. किशन चौहान ने नोखा थाने में सूचना देकर बताया कि वो सुबह 11 बजे के करीब अपने ओपीडी कक्ष में मरीज देख रहा था। इसी दौरान एक अज्ञात व्यक्ति आया और मरीजों की पंक्ति में ना लगकर सीधा दिखाने का प्रयास करने लगा। जिसमें मरीजों को देखने की व्यवस्था प्रभावित हुई। उन्होंने जब उसे लाइन में लगकर नियमानुसार दिखाने को कहा तो आवेश में आकर वो वहां मौजूद दूसरे बच्चों के परिजनों और उनके साथ दुर्व्यवहार करने लगा। ओपीडी में मौजूद बच्चों और महिलाओं की वीडियोग्राफी करने लगा और राजकार्य में बाधा डालने की कोशिश की।
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थाने में ज्ञापन देने वालों में डॉ रामचंद्र बिश्नोई, डॉ सुन्दर धारणिया, डॉ जयनारायण बिश्नोई, डॉ विनोद कुमावत, डॉ अर्जून कुमावत, डॉ अनिल शर्मा, डॉ सुमित माचरा, धर्मेन्द्र तिवाड़ी, मांगीलाल, ओपी यादव शामिल रहे। वहीं थानाधिकारी ईश्वर प्रसाद जांगिड़ ने बताया कि चिकित्सों ने रिपोर्ट दी है। मामले की जांच की जा रही है।
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सुर्खियां में रहते है शिशु रोग विशेषज्ञ, मिल चुका है नोटिस
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शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. किशन चौहान को मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी बीकानेर के आदेश पर जिला चिकित्सा अधिकारी जिला अस्पताल नोखा ने 20 दिसंबर 2022 को एक नोटिस दिया था। जिसमें अस्पताल में ओपीडी में मरीजों और मरीजों के रिश्तेदारों के साथ दुर्व्यवहार करने के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया था। नोटिस में बताया कि शिशु रोग विशेषज्ञ ने दिनांक 19 दिसंबर 2022 को ओपीडी में मरीजों के रिश्तेदारों के साथ दुर्व्यवहार और अमर्यादित भाषा अभद्र शब्दों का प्रयोग किया।
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मरीज को धमकाया था डॉक्टर ने
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पीड़ित मरीज ने बताया कि वह सुबह डॉक्टर को दिखाने के लिए शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर के क्वार्टर पर गया। लेकिन वहां पर सूचना मिली की डॉक्टर अस्पताल चले गए है। जिस पर मरीज भी अस्पताल में दिखाने के लिए चला गया। डॉक्टर करीब साढे दस बजे अस्पताल के रूम में पहुंचे। इस दौरान डॉक्टर ने 1-2 मरीजों को देखकर वापस सीट से उठ कर चले गए। जिस कारण लंबे समय से वहां कतार में खड़े मरीज रोष जताने लगे तो पीड़ित मरीज ने मौके का वीडियो बना लिया। वीडियो की जानकारी मिलने पर चिकित्सक ने मरीज को धमकाया और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। मरीज ने बताया कि कि वह पहले से ही बच्चे के बीमारी से परेशान था। फिर डॉक्टर के ऐसे रवैये से और ज्यादा परेशान हो गया। जिस कारण उसने वहां का वीडियो बना लिया, जिसमें सभी मरीजों की सहमति थी। वीडियो में भी मरीज बता रहे हैं कि डॉक्टर दो घंटे से अपने रूम में नही आया था जिस कारण सभी मरीज परेशान थे।