चिकित्सकों की हड़ताल से बढ़ी मरीजों की परेशानी:निजी और सरकारी डॉक्टरों ने किया ‘राइट टू हेल्थ का विरोध’

नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा।। राइट टू हेल्थ कानून के विरोध में निजी अस्पताल पहले से बंद हैं और डॉक्टर हड़ताल पर हैं। अब इनके समर्थन में सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों ने भी हड़ताल पर जाने का निर्णय किया है। नोखा जिला अस्पताल के सभी डॉक्टर बुधवार को एक दिवसीय सामूहिक अवकाश पर रहे। ऐसे में मरीजों को इलाज के लिए परेशानी हुई। प्रशासन के स्तर पर आपातकालीन इंतजाम किए गऐ। नोखा जिला अस्पताल के प्रभारी डॉ. सुनील बोथरा ने बताया कि अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के आहवान पर बुधवार को जिला अस्पताल में डॉक्टर एक दिवसीय सामूहिक अवकाश पर रहे, हालांकि वैकल्पिक व्यवस्था के साथ आपातकालीन सेवाएं चालू रही।

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आधी से कम रही ओपीडी

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निजी चिकित्सकों की हड़ताल के चलते सरकारी अस्पतालों में मरीज बढ़ गए हैं। नोखा जिला अस्पताल में अमूनन रोजाना की ओपीडी 600-700 रहती थी। लेकिन सोमवार को ओपीडी 1400 के करीब रही वहीं मंगलवार को 950 के करीब रही। बुधवार को डॉक्टरों की हड़ताल के कारण करीब 200-400 रही। जिन्हें चिकित्सको के अभाव में निराश लौटना पड़ा। हालांकि एमरजेंसी के डॉक्टर द्वारा मरीजो को देखा गया।

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