नोखा में मजबूरी का योग दिवस:- तहसील स्तरीय कार्यक्रम में नही पहुंचे आमजन, 80% सरकारी व 20% आमजन ने लिया भाग
नोखा टाईम्स न्यूज़,नोखा।। नोखा में बुधवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया गया। जिसमें लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और योगाभ्यास किया। वहीं बाबा छोटुनाथ राउमावि में आयोजित के खेल मैदान में आयोजित तहसील स्तरीय समारोह कार्यक्रम में अधिकतर संख्या सरकारी कर्मचारियों की दिखी। तहसील कार्यक्रम में 80 प्रतिशत सरकारी कार्मिक 20 प्रतिशत ही शहर के लोग नजर आए। प्रचार प्रसार के अभाव में आमजन ने तहसील स्तरीय कार्यक्रम में उत्साह नही दिखाया। कार्यक्रम में योग के लिए बनाया पंडाल आधे से ज्यादा खाली नजर आया। योग के पश्चात कार्मिकों ने उपस्थित दर्ज करवाने की जल्दी दिखाई। कुछ कार्मिक सिर्फ एटेंडेंस लगाने ही उपस्थित हुए। योग में रुचि नही दिखाई।nnनोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने बताया कि योग भारत की प्राचीन परम्परा का एक अमूल्य उपहार है। यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है, मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है, विचार, संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है।nnये रहे मौजूदnnइस अवसर पर एसडीएम कल्पित शिवरान, पालिका उपाध्यक्ष निर्मलकुमार भूरा, नोखा थानाधिकारी ईश्वरप्रसाद जांगिड़, एसीबीईओ सुरेश दड़िया, नोडल अधिकारी डॉ मनोज जाखड़, डॉ राजेन्द्र सोनी, पतंजलि योग पीठ हरिद्वार इकाई के नोखा के अध्यक्ष रमेश कुमार व्यास, स्कूल के प्राचार्य नारायण दत्त सारस्वत, राजेन्द्र सिंह राठौड़, मारवाड़ी युवा मंच के जयकरन चारण, श्याम भादू आदि उपस्थित रहे।nnसामाजिक संगठनों व गांवों में भी मनाया गया योग दिवस।nnइस अवसर पर अध्यापक ओमप्रकाश पारीक, रतीराम,नर्सिंग अधिकारी राजेश,मूलचंद पारीक,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संगीता पारीक,जगदीश कंवर,नजमा,एएनएम राजेश देवी,गैस एजेंसी डीलर उर्जाराम,अशरफी,पूर्व वार्ड मेंबर गणपतराम,लालूराम,धनराज,महावीर,मेघराज,मनोज, रतनाराम सहित ग्रामवासी और राजकीय कार्मिक उपस्थित थेnnnnनोखा के उपखण्ड क्षेत्र के गांवों में भी योग दिवस मनाया गया। जिसमें ग्रामीणों ने भाग लिया। ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी कार्यालय में योग दिवस मनाया गया। महावीर इंटरनेशनल केंद्र, माहेश्वरी महिला मंडल, अंतरराष्ट्रीय कपल क्लब व नोखा की निजी स्कूलों में भी योग दिवस मनाया गया।nnऐसे हुई योग दिवस मनाने की शुरुआतnnप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस दिन को सेलिब्रेट करने की पहल की थी। जिसके बाद 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ के रूप में घोषित किया गया। 21 जून को संयुक्त राष्ट्र में 177 सदस्यों द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को मनाने का प्रस्ताव रखा गया था। जिसे 90 दिनों के अंदर पूर्ण बहुमत से पारित किया गया। जो संयुक्त राष्ट्र संघ में किसी दिवस प्रस्ताव के लिए सबसे कम समय है।nnपहली बार कब मनाया गया योग दिवसnnभारत की पहल पर दुनिया के लगभग सभी देश हेल्थी रहने के लिए योग के प्रसार की इस मुहिम में शामिल हुए थे। ऐसे में इस दिवस को महत्वपूर्ण बनाने के लिए 21 जून, 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था। योग के निरंतर अभ्यास से व्यक्ति को लंबा जीवन मिलता है। इसलिए इस दिन को योग दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया ।।