पौने पांच घंटे बिजली पर सहमति : नोखा में दिनभर चले घटनाक्रम को लगा विराम, किसान लौटे
नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा।। नोखा में छह घंटे बिजली नहीं मिलने के कारण बर्बाद हो रहे फसलों को देख आक्रोशित हुए किसानों का प्रदर्शन समझौते के बाद स्थगित हो गया है। पूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल झंवर की मौजूदगी में हुए समझौते में विद्युत निगम के अधिकारियों ने छह की बजाय 4.45 घंटे यानी पौने पांच घंटे बिजली देने का वादा किया है। इसकी लगातार निगरानी भी होगी जिसके लिए जेईएन से लेकर अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।nnयूं चला घटनाक्रम : दरअसल पूर्व संसदीय सचिव को साथ लेकर किसानों ने विद्युत कार्यालय का घेराव किया था। दिन भरे झंवर, ग्रामीणों, नेताओं व विद्युत अधिकारियों के बीच वार्ताओं के दौर चले। इनमें सामने आया की बिजली नहीं मिली तो फसल बर्बाद होना तय है। दूसरी ओर पूरी बिजली की उपलब्धता भी नहीं है। ऐसे में जोड़-बाकी कर ज्यादा से ज्यादा 4.45 घंटे बिजली देने के प्रयास हो सकते हैं। इस पर किसानों ने सहमति तो दी लेकिन यह कहा कि अधिकारी अपनी बात पर कायम नहीं रहे तो आक्रोश गहरा सकता है।अधिसाषी अभियंता गिरधारी लाल ने बताया कि पौने पांच घंटे विद्युत आपूर्ति देने का पूरा प्रयास किया जाएगा। इसकी देखरेख के लिए कनिष्ठ अभियंताओं की ड्यूटी लगाई जाएगी। जिससे किसानों को पर्याप्त मात्रा में विद्युत आपूर्ति मिल सके।nnएकबारगी फसल जलने से बच जाएगी : nnपूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल झंवर ने बताया कि किसानों को अब विद्युत आपूर्ति पौने पांच घंटे मिलेगी। जिससे उनकी जल रही मूंगफली की फसल को कुछ राहत मिल सकेगी। पौने पांच घंटे बिजली मिलने से किसानों को एक बार अपनी मूंगफली की फसल बचाने का रास्ता दिख रहा है।