कन्या भ्रूण हत्या महापाप है:- प्रभुप्रेमी महाराज
नोखा टाइम्स न्यूज़,नोखा।। राठीजी के प्लॉट में आयोजित हो रही विशाल भागवत कथा के पांचवे दिन राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त भागवताचार्य कन्हैयालाल पालीवाल प्रभुप्रेमी महाराज ने कई प्रसंग विस्तार से सुनाया। इस अवसर पर पूतना उद्वार प्रसंग की व्याख्या करते हुए कहा कि पूतना राक्षसी तो दूसरों के बच्चों को मारती थी, लेकिन कुछ माँएं अपनी ही संतान को “कोख’ में ही मार रही है। महाराज ने कन्या भ्रूण हत्या को ब्रह्म हत्या से भी बड़ा पाप बताते हुए कहा कि भ्रूण हत्या का महापाप का कोई प्रायश्चित भी नहीं है। कोख में कन्या मारने वाले बहू कहाँ से लायेंगे। उन्होने बेटे और बेटी को समान रूप से पालन करने का आव्हान करते हुए कहा कि आज बेटियां प्रत्येक क्षेत्र में पुरुषों के बराबर व उनसे आगे भी है। हमारे देश की राष्ट्रपति भी एक बेटी है। वैज्ञानिक डॉक्टर, खिलाड़ी, इंजिनियर एवं शिक्षिका के रूप में खूब प्रतिष्ठा प्राप्त कर रही है। एक माँ, बहन, बेटी के रूप में मातृ शक्ति के बिना संसार की कल्पना भी नहीं हो सकती है। कथा में भोलेनाथ का बालकृष्ण के दर्शन करना, नामकरण लीला, माखन लीला, मृदा भक्षण, उखळ बंधन आदि प्रसंगों को बहुत ही भाव के में सुनाकर बड़ी संख्या में उपस्थित श्रोतागणों को भावविभोर कर दिया। झांकियां सजाई गई। गौसेवार्थ कथा में शनिवार को 25 हजार रुपए संजय पालीवाल ने भेंट किए। प्रभुप्रेमी महाराज ने आत्महत्या को महापाप व भगवान के विधान का उल्लंघन बताया। शांत क्रांति संघ के आचार्य मुनी विजयराज जी महाराज के अभियान विजयगुरु का है संदेश आत्महत्या मुक्त हो देश विदेश अभियान को सफल बनाने का उपस्थित हजारों लोगों को संकल्प दिलाया। व्यवस्था में मुख्य यजमान सुरेश कुमार झँवर सीए, मनोज राव, राजेन्द्र बिहाणी, पार्षद राधेश्याम लखोटिया, गौसेवी कमल डागा, पार्षद गोपीकिशन तिवाड़ी, मदनलाल सोनी, रामेश्वरलाल छींपा, जुगलकिशोर तिवाड़ी, मदनलाल नाई, बजरंग पालीवाल ने सहयोग किया। 10 सितंबर की कथा में रूखमणी विवाह होगा।
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