नोखा थाने में युवती से अभद्रता के मामले में मजिस्ट्रेट के समक्ष हुए पीड़िता के बयान; नोखा प्रधान ने की थाने को बर्खास्त करने की माँग

नोखा थाने में युवती से अभद्रता के मामले में मजिस्ट्रेट के समक्ष हुए पीड़िता के बयान; नोखा प्रधान ने की थाने को बर्खास्त करने की माँग

नोखा टाइम्स न्यूज नोखा।। नोखा थाना में छेड़छाड की घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने आई युवती के साथ पुलिस थाने में तैनात हैड कांस्टेबल व कांस्टेबल ने अभद्रता की। इस मामले में सोमवार को नोखा थाने में मुकदमा दर्ज करवाने वाली युवती के बयान मजिस्ट्रेट के समक्ष करवाये गए। नोखा सीओ ने बताया कि लड़की के मामले में विभागीय जांच की जा रही है। वहीं होमगार्ड के साथ मारपीट के मामले में होमगार्ड के द्वारा शराब पीये होने कारण कार्यवाही करने के लिए संबंधित विभाग को जानकारी दे दी गई। ज्ञात रहे शनिवार रात को छेड़छाड़ की शिकायत लेकर थाने पहुंची युवती से थाने में पुलिसकर्मियों के द्वारा अभद्र व्यवहार करने आरोप लगाते हुए एक युवती ने नोखा थाने रविवार को मुकदमा दर्ज करवाया गया था। जिस पर दोनों पुलिस कर्मियों को एसपी के द्वारा सस्पेंड किया जा चूका है व थानाधिकारी को लाईन हाजिर कर दिया।

नोखा प्रधान ने लिखा एसपी को पत्र, नोखा थाने को बर्खास्त करने की माँग: नोखा पंचायत समिति की प्रधान रामप्यारीदेवी तर्ड ने एसपी को पत्र लिखकर नोखा थाने में हुए मामले की जांच कर युवती का न्याय दिलवाने व नोखा थाने को बर्खास्त करने व संलिप्त पुलिस स्टाफ को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने की मांग की है। पत्र में प्रधान ने बताया कि नोखा थाने के सामने चल रहे मेले में आई एक युवती के साथ गत शनिवार की रात्रि को एक व्यक्ति द्वारा उसके साथ बदसलूकी करने पर पीड़ित महिला न्याय की आस लेकर पुलिस थाने पहुंची थी, जहां पर पुलिस के जवानों द्वारा शराब के नशे में महिला के साथ न्याय तो दूर उसके साथ अभद्रता कर उसका फोन छीनने के साथ ही अश्लील विडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देना संवेदनशील सरकार में निंदनीय है। राजस्थान सरकार और डीजीपी युआर साहू एवं बीकानेर एसपी तेजस्विनी गौतम से मांग है कि पूरे मामले की जांच कर नोखा थाने को बर्खास्त करें एवं पूरे मामले में संलिप्त पुलिस स्टाफ को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाएं। प्रधान ने बताया कि पिछले 5 सालों से राजस्थान में महिला सुरक्षा की स्थिति काफी खराब थीं, बच्चियों तक के साथ गंभीर घटनाएं हो रही थी, लेकिन अब भाजपा सरकार में ऐसा बर्दाश्त नही किया जाएगा। राजस्थान में अब अधिकारियों का दायित्व बनता है कि वह अपराधियों में भय पैदा करें, लेकिन यह अभी तक नहीं हो रहा है। अपराधी बेख़ौफ़ है जब तक विभाग अधिकारी गंभीर नहीं होंगे, महिला सुरक्षा नहीं हो सकती। मैं खुद महिला हूं और महिला की पीड़ा को बेखूबी जानती हूं हम सबकी जिम्मेवारी बनती है ऐसे मामलों में कानून सख्त बनना चाहिए। उन्होंने एसपी से मांग की कि अपराधियों को संरक्षण पूरी तरह रोका जाए, गुंडों पर नकेल कसी जाए।

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