नोखा में कथा समापन पर विशाल शोभा यात्रा: परमात्मा ही जीव का सच्चा हितैषी है:- प्रभुप्रेमी महाराज
नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा। लखोटिया प्याऊ के पास चल रही भाव श्रीमद् भागवत कथा के सातवें दिन राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भागवत आचार्य कन्हैयालाल पालीवाल प्रभु प्रेमी महाराज ने कहा कि जीव मात्र का सच्चा हितैषी परमात्मा है। मनुष्य स्वार्थ वश संबंध रखता है स्वार्थ पूरा होते ही मनुष्य के भाव बदल जाते हैं। सुदामा प्रसंग की व्याख्या करते हुए प्रभु प्रेमी ने कहा कि सच्चा मित्र वही है जो विपत्ति में काम आए दुख में साथ निभाने वाला ही मित्र कहलाने योग्य होता है।
भगवान श्रीकृष्ण के 16108 विवाहों का प्रसंग सुनाते हुए बताया कि जीव मात्र का पति अर्थात रक्षक पालक भगवान ही है। 24 गुरुओं की कथा में कहा कि मनुष्य को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए 24 गुरुओं की कथा एक प्रकार से मानव जीवन की आचार संहिता है | उन्होंने जीवन को सदाचार युक्त बनाने का आह्वान किया।
भगवान श्रीकृष्ण का परमधाम पधारने व परीक्षित मोक्ष का व्याख्यान दिया। बुरे कर्मों से बचना चाहिए। भगवान को सदा याद रखना चाहिए। कथा यजमान राधादेवी लाहोटी ने 61000 गौ सेवार्थ भेंट किया। कथा स्थल पर जनप्रतिनिधि, भामाशाह, समाज सेवियों का स्मृति चिन्ह दुपट्टा भेंट का सम्मान किया गया। इस अवसर पर नोखा नगर पालिका के अध्यक्ष नारायण झंवर ने प्रभु प्रेमी महाराज से आशीर्वाद लिया। सीताराम लाहोटी ने बताया कि भारी संख्या में उपस्थित श्रोतागणो ने भीषण गर्मी में पधार कर आयोजन को सफल बनाया। लिछूराम ब्राह्मण को भूखंड सहित मकान दान स्वरूप भेंट किया। राधादेवी लाहोटी, जुगल किशोर, नंदकिशोर, राजू, संतोष, सीताराम, संगीता बजाज, लीलाधर बजाज, ओमप्रकाश मल ने व्यवस्था में सहयोग किया।