पर्युषण महापर्व का अंतिम दिन, ध्यान दिवस के रूप मनायाः संवत्सरी महापर्व कल, साध्वी बोली- आत्मशुद्धि के लिए ध्यान करना परम आवश्यक है
नोखा टाइम्स न्यूज़,नोखा।। आत्मशुद्धि के लिए ध्यान करना अत्यंत आवश्यक है। यह विचार शनिवार को नोखा के महावीर चौक स्थित तेरापंथ भवन में पर्युषण महापर्व के अंतिम दिन को ध्यान दिवस के अवसर पर, ज्ञान की महत्ता बताते हुए शासन गौरव साध्वी राजीमती ने व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि किसी भी आध्यात्मिक साधना के लिए ध्यान करना आवश्यक है। ध्यान के माध्यम से ही एकाग्रता, लीनता, और गहराई में जाकर अंतिम लक्ष्य मोक्ष प्राप्त किया जा सकता है। साध्वी प्रभात प्रभा ने सामूहिक रूप से प्रेक्षाध्यान, कायोत्सर्ग, और महाप्राण ध्वनि का अभ्यास करवाया।
सभा के उपाध्यक्ष लाभ चंद छाजेड़ ने जैन भागवती दीक्षा के तीन दिवसीय कार्यक्रम तथा सभा के स्वर्ण जयंती समारोह, जो 14, 15, 16 सितंबर को आयोजित होगा, की विस्तृत जानकारी दी। उत्तराध्ययन सूत्र की 15वीं प्रतियोगिता की जानकारी इंदरचंद बैद ने साझा करते हुए सम्मिलित होने की प्रेरणा दी। सभा अध्यक्ष शुभकरण चौरडिया और मंत्री मनोज घीया ने संवत्सरी महापर्व पर उपवास, पोषध और तपस्या का आह्वान किया।
युवकों, कन्याओं, और भाई-बहनों में तपस्या की विशेष लहर देखी जा रही है, और तप के गीतों की गूंज नोखा के जोरावरपूरा में सुनाई दे रही है। रविवार को संवत्सरी महापर्व बड़े उत्साह के साथ त्याग, तप और पोषध के माध्यम से मनाया जाएगा।