नोखा कृषि मंडी में आज नहीं होगी नीलामी: खरीददारों का माल 8 दिन से नहीं उठा, मंडी में अभी नहीं है खाली जगह
नोखा टाइम्स न्यूज़,नोखा।। कच्ची आदत व्यापार संघ नोखा के अध्यक्ष शिवकुमार डेलू ने नोखा कृषि उपज मंडी समिति नोखा के सचिव को ज्ञापन देकर मंडी की मौजूदा ज्वलंत समस्याओं का समाधान करने की मांग की है। ज्ञापन में बताया कि वर्तमान में मंडी में मूंगफली की करीब 50,000 बोरी और मोठ गवार, मूंग, ईसबगोल आदि अन्य जिन्सों की होने के कारण मंडी में कहीं पर भी खाली जगह नहीं होने से चारों तरफ जाम लग गया है। इसलिए बोली में बिके माल को उठाने में भारी परेशानी हो रही है। अभी खरीददारों का माल लगभग 8 दिन से उठ नहीं पा रहा है। इसलिए ऐसे में मुश्किल हालात में कोई भी व्यापारी मंडी में आकर माल लेना नहीं चाहता। पहले भी इन समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन को मंडी के विस्तार के लिए कई वार अवगत करवाया जा चुका है। परंतु अभी तक इसका समाधान नहीं किया गया है।
अध्यक्ष ने ज्ञापन में बताया कि नोखा एशिया की सबसे बड़ी सुपर ए क्लास मोठ मंडी है। मंडी में अभी सभी ऑक्शन पिंड खाली है। कोई भी व्यापारी वहां अपने मूंगफली माल की बोरियों की ढेरी नहीं लगाए और अपने खाली बोरी-कट्टे और बेकार कचरा पट्टी वहां पर नहीं डाली जाए ताकि वहां किसानों का माल ढेरी किया जा सके। यह भी सुनिश्चित किया जाय कि हर खरीददार का माल बोली होने के बाद दूसरे दिन आवश्यक रूप से उठाया जाए। तभी थोड़ा बहुत मूल समस्या का समाधान हो सकता है। किसानों के पीने के पानी की दोनों प्याऊ की हालत बहुत खराब है। इसलिए उनकी मरम्मत करवाई जाए, उनके अंदर रखे सड़े गले बारदाने को उठवाकर वहां वाटर कूलर पानी का आरो मशीन लगाई जाए।
ताकि किसानों को पेयजल की सुविधा मिल सके। समय पर माल नहीं उठने के कारण सभी व्यापारियों की सहमति से 15 नवंबर को मंडी में किसी भी प्रकार की नीलामी नहीं होगी। मंडी में छुट्टी रहेगी ताकि बचा हुआ माल उठाया जा सके। अध्यक्ष ने चौकीदारों को लगातार पहरा देने के लिए पाबंद करने की मांग भी की है।
कच्ची आदत व्यापार संघ नोखा के अध्यक्ष शिवकुमार डेलू ने बताया कि मंडी में मूंगफली की आवक ज्यादा होने से जाम लगने तथा माल उठाने में बार-बार हो रही परेशानी के कारण 15 नवंबर को माल की नीलामी प्रक्रिया पूर्ण रूप से बंद रहेगी और मंडी में एक दिन की छुट्टी रहेगी। सभी किसान को आह्वान किया कि इस दिन मंडी में माल नहीं लाया जाए। शुक्रवार को मंडी में सिर्फ माल उठाने वाले वाहनों का ही आना जाना हो पाएगा। व्यापारी अपनी नैतिक जिम्मेवारी समझते हुए इन खाली कट्टों को यहां से उठाया जाए तथा उन पीड़ों में किसी भी माल की ढेरी नहीं लगाई जाए। बिक्री हुए माल को खरीदारों को दूसरे दिन उठाने के लिए पाबंद किया जाए।