संस्कृत भारती जोधपुर के प्रांतीय कार्यालय के लिए नरसी कुलरिया ने की एक करोड़ की घोषणा; हमारी मातृभाषा संस्कृत के उत्थान और राष्ट्रहित के लिए हम सदैव समर्पित है- भामाशाह व उद्योगपति नरसी कुलरिया

संस्कृत भारती जोधपुर के प्रांतीय कार्यालय के लिए नरसी कुलरिया ने की एक करोड़ की घोषणा; हमारी मातृभाषा संस्कृत के उत्थान और राष्ट्रहित के लिए हम सदैव समर्पित है- भामाशाह व उद्योगपति नरसी कुलरिया

नोखा टाइम्स न्यूज, नोखा।। संस्कृत भारती जोधपुर के प्रान्तीय कार्यालय के भवन का निर्माण नरसी ग्रुप द्वारा करवाया जाएगा। यह घोषणा शनिवार को नोखा के मुकाम में आयोजित संस्कृत भारती प्रांत कार्यकर्ता सम्मेलन में नरसी ग्रुप के सीएमडी नरसी कुलरिया ने समापन सत्र में कार्यकर्ताओ को सम्बोधित करते हुवे की है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भामाशाह व उद्योगपति नरसी कुलरिया ने कहा कि संस्कारों का रक्षण करना है तो संस्कृत भाषा का अध्ययन सभी को करना होगा। आज विश्व में जो विभत्स घटनाएं हो रही है उनको रोकना है तो पुन: संस्कृत भाषा की ओर लौटना होगा। संस्कृत आयाम देववाणी संस्कृत का जो गौरव है उसे पुन: स्थापित करने के लिए निरंतर ऐसे आयोजन जरूरी है।इस उद्देश्य से कार्य करने वाले सभी कार्यकर्ता प्रशंसा के पात्र हैं। वे एक महान कार्य कर रहे हैं, क्योंकि संस्कृत में भारत की आत्मा बसती है। कहने का तात्पर्य है कि हम अपने देश की आत्मा को शक्ति प्रदान करने के लिए कार्य कर रहे हैं। संस्कृत वह भाषा है जो अपनी पुस्तकों वेद, उपनिषदों, श्रुति, स्मृति, पुराणों, महाभारत, रामायण आदि में सबसे उन्नत प्रौद्योगिकी रखती है। एक रिपोर्ट के अनुसार है कि रूसी, जर्मन,जापानी, अमेरिकी सक्रिय रूप से आध्यात्मिक ग्रन्थों से नई चीजों पर शोध कर रहे हैं और उन्हें वापस दुनिया के सामने अपने नाम से रख रहे हैं। लगभग 40 देशों में संस्कृत भाषा से संबंधित शोध चल रहे हैं। संस्कृत, भारत की प्राचीनतम भाषा है, संस्कृत के उत्थान से देश का उत्थान होगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की “वर्ष 2047 के विकसित भारत” संकल्पना को साकार करने में संस्कृत भाषा की महत्वपूर्ण भूमिका एवं योगदान होगा। संस्कृत के माध्यम से देश, पुनः भारतीय ज्ञान परम्परा से जुड़कर विश्व के समक्ष स्वत्व की पहचान पुनर्स्थापित करेगा। अपनी भाषा, ज्ञान परम्परा, गौरवशाली इतिहास एवं अपनी उपलब्धियों पर गर्व के भाव के साथ लोकतांत्रिक और संवैधानिक रूप से, राष्ट्र के पुनर्निर्माण के लिए सभी की सहभागिता आवश्यक है। इससे पहले भामाशाह व उद्योगपति नरसी कुलरिया ने राम मंदिर निर्माण में समर्पण निधि, झामडोली, बाड़मेर बॉर्डर सहित विभिन्न राष्ट्रहित व समाजहित, शिक्षा व चिकित्सा के कार्यो में क्षेत्रीय प्रचारक निम्बाराम भाई साहब की प्रेरणा स करोड़ो रूपये सहयोग देते रहते हैं।

इस अवसर पर संस्कृत भारती अखिल भारतीय सह सम्पर्क प्रमुख हुलासचन्द्र ने संस्कृत भारती प्रान्त कार्यकर्ता सम्मेलन में बौद्धिक सत्र को सम्बोधित करते हुए वसुधैव कुटुम्बकम् के भाव से दुनिया भारत के निकट आ रही है भारत को अपना गुरु मान रही है। सर्वे भवन्तु सुखिनः की संस्कृति से विश्व प्रभावित है भारत को अपना सहज मित्रदेश मान रहे है हमारी संस्कृति में आत्मवत् सर्वे भूतेषु सभी प्राणियों में आत्मा एक जैसी है। जिला प्रचार प्रमुख भारमल गुरु ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्य वक्ता अखिल भारतीय संगठन मंत्री जयप्रकाश गौतम ने कार्यकर्ता के गुणों का वर्णन करते हुए हमारी दृष्टि मीन जैसी, स्पर्श कुक्कुर जैसा, आवाज टिटहरी, स्मरण कछुए जैसा अपने अन्डो को सेकर जीव पैदा करता है ऐसे ही हमें कार्यकर्ताओं का निर्माण मन, वचन, स्नेह व आत्मीयता से करने पर कार्य आगे बढ़ता है हमें कार्यकर्ता तैयार कर संस्कृत भारती के कार्य को आगे बढ़ाना है। कार्यक्रम में पण्डित नन्दकिशोर पुरोहित, संतोष महाराज, सोहनलाल विश्नोई, उपप्रधान प्रतिनिधि हनुमान विश्नोई, गङ्गाविशन, महेश दाधीच, लीलाधर शर्मा, मानाराम, लीलाधर कुमावत, लक्ष्मणसिंह, ताराचंद रेपसवाल, दिनेश गौड़, केशरसिंह, भंवरलाल मूंगिया, मोतीलाल सांखी सहित विश्नोई समाज के पदाधिकारी उपस्थित थे। सहप्रान्त मंत्री पाबूराम विश्नोई ने कार्य योजना एवं आगामी कार्यक्रम की जानकारी प्रदान की। प्रान्त अध्यक्ष विश्नोई महासभा के प्रधान देवेंद्र बुड़िया सहित सभी सदस्यों का आभार प्रकट किया व कार्यक्रम के मंच का कुशल संचालन श्रवण सारस्वत ने किया। ज्ञात रहे ये संस्कृत भारती जोधपुर के प्रान्तीय कार्यालय के भवन का निर्माण नरसी ग्रुप द्वारा एक करोड़ की लागत से बनाया जाएगा। ब्रह्मलीन गौसेवी संत दुलाराम जी कुलरिया के पद चिन्हों पर चलाते हुए भामाशाह में उद्योगपति नरसी कुलरिया व यूवा उद्योगपति जगदीश कुलरिया शिक्षा, चिकित्सा, समाज सेवा, राष्ट्रीय हित के कार्य कर रहे हैं।

भामाशाह व उद्योगपति नरसी कुलरिया का स्वागत अभिनंदन करते हुवे बिश्नोई महासभा के पदाधिकारी

भामाशाह व उद्योगपति नरसी कुलरिया बिश्नोई महासभा ने किया स्वागत अभिनंदन:- भामाशाह व उद्योगपति नरसी कुलरिया शनिवार को नोखा के मुकाम पहुंचे। इसके बाद मुकाम में गुरु जंभेश्वर भगवान की समाधि स्थल पर पहुंचकर दर्शन कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस दौरान नरसी कुलरिया का बिश्नोई महासभा के मुख्यालय पर साफा पहनाकर स्वागत किया गया। नरसी कुलरिया ने गुरु जंभेश्वर भगवान के धार्मिक तीर्थ स्थल को पर्यावरण की दृष्टि से विश्व का पहला पर्यावरण तीर्थ स्थल बताया। साथ ही वृक्षों के लिए अमर शहीद माता अमृता देवी बिश्नोई, 363 अमर शहीदों को नमन कर याद किया। इस अवसर पर बिश्नोई महासभा के सोहनलाल बिश्नोई, जुगल बिश्नोई मुकाम, राजाराम गोदारा, कार्यालय सचिव हनुमान दिलोइया, मूलाराम लोळ सहित महासभा पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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