अपना घर में अपनों का मिलन: 2 साल पहले बिछड़े बेटे की आस छोड़ दी थी पिता ने, मिले तो भावुक हुए
नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा।। करौली के कालाखाना गांव के रहने वाले अभिषेक और उसके पिता मुकेश के लिए गुरुवार का दिन खुशियों की सौगात लेकर आया और दो साल बाद पिता-पुत्र का सुखद मिलन हुआ। अपना घर आश्रम में पिता-पुत्र मिले, तो भावुक हो गए और दोनों की आंखों से आंसू बहने लगे। पिता ने पुत्र को गले से लगाया और फफक पड़े। यह दृश्य देखकर वहां पास खड़े रिश्तेदार व सेवा साथियों की आंखें भी एकबारगी तो नम हो गई। बातचीत के दौरान पिता मुकेश मीणा ने कहा कि अभिषेक के घर से चले जाने के बाद ना जाने उसे कहां-कहां तलाश नहीं किया, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला, तो थक-हारकर बैठ गए। लंबे समय तक उसकी कोई जानकारी नहीं मिली, तो फिर उन्होंने उसके जिंदा होने की आस ही छोड़ दी। जब अपना घर आश्रम नोखा से उनके पास फोन आया और कहा कि आपका बेटा अभिषेक यहां रह रहा है, तो उनकी खुशी का ठिकाना ना रहा। परिवार वालों को इसके बारे में बताया और कुछ रिश्तेदारों को साथ लेकर उसे गांव ले जाने के लिए नोखा के लिए रवाना हो गए। यहां अभिषेक को कुशल-मंगल देखा, तो एकबारगी तो आंखों पर भी विश्वास नहीं हुआ। अब वे उसे अपने साथ लेकर गांव जाएंगे। परिवार के अन्य लोग भी उससे मिलने को आतुर हैं। बाद में वे हंसी-खुशी के साथ अभिषेक को लेकर गांव रवाना हुए।nnदो साल पहले बिछड़ गया से परिवार से अभिषेकnnअपना घर आश्रम के पदाधिकारियों ने बताया कि अभिषेक की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने से वह दो साल पहले घर से निकल गया था। 10 नवंबर 2020 को लावारिश हालत में मिलने पर उसे भरतपुर के अपना घर आश्रम में लाकर रखा गया। यहां पर उसकी उपचार के साथ सेवा-सुश्रुषा की गई। 7 अप्रेल 2022 को उसे भरतपुर से नोखा अपना घर आश्रम में शिफ्ट कर दिया गया। यहां आश्रम के सेवा साथियों ने उसकी देखभाल करते हुए समय पर दवाइयां दी, तो उसकी मानसिक स्थिति में धीरे-धीरे सुधार होना शुरू हुआ, तो पुनर्वास प्रभारी प्रदीप व मेडिकल साथी दुलीचंद ने उसके परिवार के बारे में जानकारी जुटाई और उनको सूचना दी। गुरुवार को आश्रम में रहने वाले प्रभूजी अभिषेक को ले जाने के लिए उसके पिता मुकेश मीणा, रिश्तेदार बिलकेश आदि पहुंचे। वे अभिषेक को अपने साथ लेकर गांव रवाना हुए।