नोखा में मातृशक्ति सम्मेलन: संस्कृति का संरक्षण, संवर्धन, राष्ट्र सेवा व संस्कार सिखाती है मां: शर्मा
नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा।। आदर्श विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक, श्रीमती सावित्री देवी गट्टाणी बालिका आदर्श विद्या मंदिर और दुर्गादत्त भट्टड़ प्राथमिक आदर्श विद्या मंदिर नोखा के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को बालक के सर्वांगीण विकास में मातृशक्ति का योगदान विषय पर मातृ सम्मेलन हुआ। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पेंशनर कल्याण विभाग बीकानेर की संयुक्त निदेशक डॉ ज्योतिबाला व्यास थी। अध्यक्षता अपना घर आश्रम की संरक्षिका किरण झंवर ने की। मुख्य वक्ता क्षेत्रीय शिशु वाटिका प्रमुख ओमप्रकाश शर्मा थे।nnnnसम्मेलन में डॉ व्यास ने मां की महत्ता बताते हुए मां के विभिन्न स्वरूप मां सीता, जीजा बाई, अहिल्या बाई आदि के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आदर्श विद्या मन्दिर विद्यालय संस्कारों के बीज बौने के स्थान है। शिक्षा से ही व्यक्ति उत्तम नागरिक बनता है और विद्यार्थियों के चरित्र का निर्माण होता है। माताओं का जीवन संस्कारमय हुआ तो बच्चों को भी राम-कृष्ण बना सकती है। मुख्य वक्ता शर्मा ने कहा कि मां संस्कृति का संरक्षण, संवर्धन, राष्ट्र सेवा व संस्कार सिखाती है। बच्चों को घर से दिए गए संस्कार से उसके आगे बढ़ने की दिशा निर्धारित करते हैं। शिशु मंदिर में भी बच्चों को शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास के साथ संस्कार सिखाए जाते हैं। किरण झंवर ने मां अनुसूया के उदाहरण से मां के प्रेम के बारे में बताते हुए कहा कि माता उस बीज का पालन पोषण करती है, जो मधुर फल देता है। प्रबंध समिति संरक्षक शिवनारायण झंवर ने धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रधानाचार्य मूलचंद सारस्वत ने अतिथियों का परिचय करवाया। जिला सचिव बुद्धाराम गरवा ने स्कूल का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। सम्मेलन में बालिका विद्यालय प्रधानाचार्या चंद्रकला चौधरी, समिति सदस्य आनंदीलाल बजाज, अनिल कुमार जैन, जयश्री पालीवाल, सीमा शर्मा, बसंती सारस्वत, मुरली मनोहर मोहता, सुरेश कुमार, छैलूदान चारण व विद्या मन्दिर आचार्य और मातृशक्ति मौजूद रही।