बाहर की दवाएं-जांच लिखने पर एसीएस नाराज:कहा- जिलों में अगर ऐसी शिकायत मिली तो संबंधित डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी
नोखा टाइम्स न्यूज़, जयपुर।। जयपुर समेत प्रदेश के दूसरे जिलों के सरकारी हॉस्पिटलों में आने वाले मरीजों को अगर कोई डॉक्टर बाहर की दवाईयां या जांच लिखता है तो उस पर एक्शन लिया जा सकता है। यही नहीं इस मामले में अगर कोई शिकायत हायर लेवल पर आती है तो उस पर सख्ती से एक्शन लिया जाएगा। ये बात आज देर शाम स्वास्थ्य भवन में मेडिकल एज्युकेशन डिपार्टमेंट की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने फीडबैक बैठक में कही।n
बैठक में मौजूद सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएमएचओ) और डिप्टी सीएमएचओ से फीडबैक लेते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के पास जरूरी दवाईयों का पर्याप्त स्टॉक है और हर जिला हॉस्पिटल या उप-जिला हॉस्पिटल में अधिकांश जांचे हो रही है। उसके बाद भी कई जिलों में मेडिकल ऑफिसर या डॉक्टर्स मरीजों को बाहर की दवाईयां लिख रहे है और जांचे भी। ऐसे में मरीज से बाहर से दवा मंगवाने और बाहर से जांच करवाने का क्या औचित्य है। उन्होंने कहा कि अगर आगे से कोई शिकायत इस तरह की मिलती है तो संबंधित के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
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इस मौके पर बैठक में मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव सैनी निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर निदेशक अराजपत्रित सुरेश नवल सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
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नए जिलों के लिए जमीन चिह्नित करने के निर्देश
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एसीएस ने बैठक में उन सभी जिलों के सीएमएचओ से बात की जिनको नए जिलों का प्रभारी बनाया है। उन सभी अधिकारियों को उन्होंने सीएमएचओ ऑफिस जिला हॉस्पिटल के लिए जल्द से जल्द जमीन तलाशने और प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने सरकारी हॉस्पिटलों में जनता के हितों से जुड़ी सुविधाओं के विस्तार के लिए आरएमआरएस फंड का इस्तेमाल करने के लिए कहा ताकि लोगों को परेशानी न हो।