तूफान को लेकर सोशल मीडिया पर मजाकिया मैसेज हो रहे वायरल, तनाव घटाने को आप भी पढ़िए…. बिपरएंजॉय; इयांन उडीकै जियां नूई बीनणी आवैली
नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा॥ मारवाड़ी लोग किसी भी विपदा के तनाव को कैसे सहज और मजाकिया तरीके से कम कर लेते हैं, यह सीखने वाली बात है। बिपरजॉय को ही लीजिए, इसने गुजरात में तबाही मचा दी। लेकिन हम बेफिक्र हैं। हालांकि इसका यहां उतना खतरा भी नहीं है लेकिन इसका इंतजार लगभग सभी को है। पढ़िए वायरल मजाकिया मैसेज, जिनको कवि प्रहलाद झोरड़ा ने राजस्थानी भाषा में बदला है।nnधिन हो भाईड़ा थें। कीं तो समझो | मजाकां रे सागे सावधानी भी राख्ज्यो।n• बिपरजोय। ऐड़ा ऊटपटांग नाम राखे है? नाम तो मोहन-सोहन भी व्है सके। पण नाम सूं भी तूफान खतरनाक लागणो जरूरी है कोई? अरे भाई नूंवी बीनणी नैं उड़ी के जियां तूफान नै काई उडीको ?n• लुगाई रे सागै डिनर करवा रो कार्यक्रम बणाओ अर उण रे त्यार हुयां पछे मना कर दो तो तूफान तो इयां ही आ ज्यावेला।n• जे आज तूफान नीं आयो तो ऐ मीडिया वाळा नाव लेयर साम्ही चल्या जावैला । लोग तो ई बिपर को इंतज़ार करता-करता थाकगा भाईड़ा। अर खुद सौवता सौवता ईणने भी सुलाय दियो लागे। जबर करी।nऔर समझाईस भी…n•वाकई राजस्थान सूरवीरां री धरती है, गुजरात अर महाराष्ट्र रा लोग जठे तूफान री तबाही सूं डरियोड़ा है बठै राजस्थान रा लोग फगत हँसी मजाक में ले रिया है।n• धिन हो भाईड़ां । कीं तो समझो । प्रशासन जठे चेतावणी दे रियो टेम्पू सूं एनाउंसमेंट करवा र सावधान कर रियो है और थैं मजाक बणा रिया हो। थोड़ी तो परवाह करणी सीखो।n•कल्पना करो जे ऐ वैज्ञानिक भविष्यवाणी नी करता तो कांई व्हेतो, गुजरात भयंकर तबाही री चपेट में व्हेतो।nखुद नैं बदलो, जियां मौसम महकमो खुद नैं बदळ्यो है, पैली अगूणी बरसात बतावता जणे आथूणी व्हेती ही पण अबे अगूणी ही व्हे है। कीं सीख लेओ इण सूं अर सावचेती बरतो सांचोर में तूफानी बरसात शुरु व्हेगी है अर ओ तूफान आगे बढ रियो है। जे हवा रो रूख नीं बदळ्यो तो राजस्थान में पण सांगोपांग असर व्हेला।