सरकारी स्कूल में वाकपीठ ​​​​​​​का आयोजन:-प्राथमिक स्तर के शिक्षक ही बच्चों में संस्कार निर्माण कर सकते हैं:माया बजाड़

नोखा टाईम्स न्यूज़,नोखा।। नोखा के बाबा छोटूनाथ राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल में संचालित प्राथमिक उच्च प्राथमिक विद्यालय संस्था प्रधान वाकपीठ के दूसरे दिवस शनिवार को रखें। मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी माया बजाड़ ने कहा कि प्राथमिक स्तर का शिक्षक ही बच्चों में संस्कार, नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ा सकता है क्योंकि बच्चे की यह अवस्था दिमाग के विकास की अवस्था होती है। उन्होंने कहा कि समाज में बढ़ रहे अपराध व नशा प्रवृत्ति पर हमें सोचना होगा और हमें आगे बढ़कर इस प्रवृत्ति को समूल नाश करना होगा। प्रोफेसर डॉक्टर रामगोपाल शर्मा ने कहा कि परिवार की पहचान हमसे बनती है तथा विद्यालय की पहचान हमारे व्यवहार से बनती है। हमें अध्ययन की आदत डालनी होगी, जिससे खुद का विकास हो सकेगा। हमारी पहली जिम्मेदारी बच्चों का अध्यापन होना चाहिए।nnराजकीय राठी उच्च माध्यमिक विद्यालय नोखा के प्रधानाचार्य जयदेव बिठु ने शिक्षक और शिक्षार्थी के सामंजस्य और समन्वय पर बोलते हुए कहा कि हमारा आचरण हमारा व्यवहार हमारी आदतें हमारा शिक्षार्थी देखता है और वह उन्हीं का अनुसरण करता है। उच्च प्राथमिक विद्यालय के सेवानिवृत्ति संस्था प्रधान फुसाराम चौधरी व सितंबर में सेवानिवृत हो रहे ओमप्रकाश बिश्नोई का सम्मान व अभिनंदन किया गया। इससे पूर्व प्रथम दिवस अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश पूनिया ने वाकपीठ के उद्देश्य पर बात की। हंसराज गोदारा ने समग्र शिक्षा अभियान की विभिन्न योजनाएं तथा जिला रैंकिंग के पैरामीटर पर चर्चा की। विजय शर्मा ने आनंददायक शिक्षण, रामचंद्र विश्नोई ने प्रधानाध्यापक के प्रबंधकीय कौशल पर विचार व्यक्त किया।nnअध्यक्ष राजेंद्र बिश्रोई ने बताया कि सत्र में दो वाकपीठ होती है यह प्रथम वाक्पीठ है जिसमें विद्यालय संचालन मे आने वाली वाली समस्याओं पर चर्चा कर अनुभव के आधार पर समाधान खोजा जाता है। इस दौरान सचिव मोहनलाल सिंवर, प्रबोधक प्रतिनिधि राजेंद्र सिंह चारण, ज्योति शर्मा, सरिता विश्नोई, प्रिया ढाका, मंजू गिला, युवराज कृष्ण अवस्थी आदि ने विचार व्यक्त किए।

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