राज्यपाल कलराज मिश्र बीकानेर में:-एम् .जी.एस.यु. में अमृत वाटिका का लोकापर्ण
नोखा टाइम्स न्यूज़,नोखा।। राज्यपाल कलराज मिश्र सोमवार को बीकानेर में रहे। यहां महाराजा गंगा सिंह युनिवर्सिटी में अमृत वाटिका का लोकापर्ण करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति से देश ज्ञान आधारित बनेगा। इस नीति में स्टूडेंट्स की रुचि व विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है। युनिवर्सिटी में ‘हमारी शिक्षा प्रणाली में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को स्वीकृत करने की संभावनाएं और चुनौतियां’ विषय पर आयोजित नेशनल सेमिनार को संबोधित किया।n
मिश्र ने कहा कि नई शिक्षा नीति में विद्यार्थियों की रुचि व विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसका उद्देश्य भारत को ज्ञान आधारित देश बनाना है। उन्होंने कहा कि शिक्षा वही सार्थक है, जिसमें नयेपन पर जोर हो। शैक्षिक नवाचारों को जितना अपनाया जाएगा, हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के रास्ते खुलेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति व्यापक दृष्टिकोण पर आधारित नीति है, जो भारत को पुनः विश्व गुरु बनने की ओर बढ़ाएगी। शिक्षा नीति में भारतीय ज्ञान परंपरा का समावेश किया गया है। राज्यपाल मिश्र ने बीकानेर के भाईचारे, आत्मीयता और अपने पन को विशेष बताया। साहित्य, कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाले डॉ. छगन मोहता, डॉ. श्रीलाल मोहता, हरीश भादाणी, मोहम्मद सदीक, अजीज आजाद, राजानंद भटनागर, निर्मोही व्यास, रामदेव आचार्य, यादवेंद्र शर्मा चंद्र और अन्नाराम सुदामा आदि के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि अल्लाह जिलाई बाई की माड गायकी, लोकनाट्य परंपरा ‘रम्मत’, उस्ता कला और लघु चित्र शैलियों भी विशेष पहचान रखती है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा बीकानेर की इस विरासत को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के प्रयास किए जाएं। विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा युवाओं में राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत करने की उद्देश्य से विभिन्न नवाचार किए गए हैं। इस दौरान पूर्व कुलपति डॉ. ए.के. गहलोत तथा राजस्थान राज्य उच्च शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष प्रो. डी.एस. चुंडावत बतौर अतिथि मौजूद रहे।
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अमृत वाटिका की शुरूआतnइससे पहले राज्यपाल ने युनिवर्सिटी परिसर में अमृत वाटिका का लोकार्पण किया। अमृत वाटिका में संभाग के 137 शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर पौधों का नामकरण किया गया है। इसमें बीकानेर के 22, चूरू जिले के 90, श्रीगंगानगर जिले के 12 तथा हनुमानगढ़ जिले के 13 शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम सम्मिलित हैं। उद्घटान के पश्चात राज्यपाल मिश्र ने अमृत वाटिका का अवलोकन किया। उन्होंने महाराजा गंगा सिंह के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की।