भारतीय संस्कृति सर्व कल्याणकारी:- प्रभु प्रेमी महाराज, विशाल शोभायात्रा के साथ कथा का विश्राम
नोखा टाईम्स न्यूज़,नोखा।। राठी जी के प्लाट में चल रही विशाल श्रीमद् भागवत कथा के सातवें में विश्राम दिवस राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भागवत आचार्य श्री कन्हैयालाल पालीवाल प्रभु प्रेमी महाराज ने खचाखच भरे पंडाल में कहा कि भारतीय संस्कृति सर्वश्रेष्ठ है। क्योंकि भारतीय संस्कृति सर्व कल्याण की भावना से ओतप्रोत है मनुष्य मात्र के भले की चाहत के साथ-साथ हम प्रकृति के पुजारी व पोषक है न केवल मनुष्य वर्ण वृक्ष नदियां पर्वत पशु पक्षी को भी देवता का दर्जा देने का भाव केवल हमारी भारतीय सनातन संस्कृति में है। बुराई का फल बुरा ही मिलेगा और भलाई का फल भला मिलेगा। महाराज ने कहा कि भला उल्टा लाभ हो रहा हो यही लाभ चाहते हो तो औरों का भला करो कथा के अंतिम दिन भगवान श्री कृष्ण के सोलह हजार एक सो आठ विभाग संतति वर्णन सुदामा कथा 24 गुरुओं की कथा, श्री कृष्ण भगवान का परमधाम जाना परीक्षित मोक्ष की कथा प्रसंग को बहुत ही मार्मिक अंदाज में सुना कर हजारों श्रोताओं को मंत्र मुक्त कर दिया।nnnnमहाराज ने कहा प्राणी का सच्चा हितेषी केवल परमात्मा है। महाराज ने सच्चे मित्र के लक्षण बताएं मुख्य यजमान सुरेश झंवर सीए ने बताया कि मंगलवार को कथा पंडाल में ही हवन यज्ञ होगा। कथा व्यवस्थाओं में सहयोग देने वालों को महाराज ने स्मृति चिन्ह वह भाग भगवान नाम दुपट्टा पहनकर सम्मानित किया। कथा समापन पर विशाल शोभायात्रा निकाली गई शोभा यात्रा पर पुष्पों की जगह-जगह पर वर्षा कर स्वागत किया गया। बैंड बाजों की धुन पर श्रोतागण नाच रहे थे, महाराज रथ पर विराजमान थे। कथा में प्रधान प्रतिनिधि आत्माराम तर्ड ने प्रभु प्रेमी महाराज का आशीर्वाद लिया वह आयोजन समिति ने आत्माराम तर्ड का सम्मान किया। व्यवस्थाओं में मुख्य यजमान पार्षद राधेश्याम लखोटिया, सुरेश झंवर, पार्षद गोपी किशन तिवारी, मनोज राव, कमल डागा, बजरंग कोठारी, कैलाश तापडिया,राजेंद्र बिहानी, मदनलाल सोनी, निल दरक, रामेश्वर छिम्पा, बालू राम प्रजापत, मुकेश लखारा ने व्यवस्था संभाली रेवंत लखारा, ओमप्रकाश, बीजू नाइ, मनीराम बिश्नोई ने सहयोग किया। साई ग्रुप नोखा ने भी सहयोग किया।