आसमान में एयरफोर्स का खतरनाक स्टंट: सूर्यकिरण टीम ने चार सौ किलोमीटर प्रति घंटे से दौड़ाए विमान, नोखा में तेज धमाके से सहमें लोग

आसमान में एयरफोर्स का खतरनाक स्टंट: सूर्यकिरण टीम ने चार सौ किलोमीटर प्रति घंटे से दौड़ाए विमान, नोखा में तेज धमाके से सहमें लोग

नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा।। बीकानेर के नाल एयरफोर्स स्टेशन पर एयर शो के दूसरे दिन गुरुवार को सूर्यकिरण टीम ने आसमान में जमकर स्टंटबाजी की। टीम ने दिल दहलाने वाली परफॉर्मेंस दी। “रेड लाइनिंग” वाले फाइटर प्लेन सुबह करीब दो घंटे तक कलाबाजियां करते नजर आए। न सिर्फ कलाबाजी बल्कि जोश और जज्बे का प्रदर्शन किया।

एयरफोर्स और जिला प्रशासन की ओर से नाल एयरफोर्स स्टेशन के अंदर और आस-पास के गांवों के लोगों की भी नजर आसमान पर रही। दर्शकों ने भारतीय वायु सेना की स्काई डाइविंग टीम- आकाश गंगा और तेजस,सुखोई -30 एमकेआई विमानों के एरोबेटिक्स का रोमांचकारी प्रदर्शन देखा। एक के बाद एक फाइटर प्लेन आगे बढ़ते और फिर लौटकर आते। आने-जाने के बीच कुछ मिनट का ही अंतर होता। टीम ने विमान से अलग-अलग स्टंट कर दर्शकों को चकित कर दिया।

नोखा सहित आसपास के क्षेत्रों में तेज धमाके की आवाज़ सुनी गई: नोखा में गुरुवार को तेज धमाके की आवाज़ सुनाई दी। लोग घरों व दुकानों से निकलकर बाहर आ गए। अफ़वाहों का दौर जारी रहा। बीकानेर से विमान गुजरते हुए नोखा क्षेत्र में पहुँचें। नोखा क्षेत्र के आसपास साउंड बैरियर तोड़ा। इससे एक बार तेज धमाके की आवाज सुनाई दी। हजारों मीटर की ऊंचाई पर उड़ते विमान से सोनिक बूम का धमाका हुआ। एकबारगी तो लोग डरकर घरों से बाहर आ गए। घरों के दरवाजों व खिड़कियों में पांच से छह सैकंड तक तेज कंपन होता रहा। नोखा सहित रोड़ा, क़ुदसू, हिम्मटसर, मुक़ाम, नोखागाँव भामटसर सहित दर्जन भर गाँवों में धमाके की आवाज सुनाई दी। लोग क़यास लगाते रहे कि कहीं बम गिरा है, या कोई विमान गिरा, लेकिन प्रशासन को भी इस बारे में जानकरी नही थी।

इस दौरान फाइटर प्लेन नजदीक से देखने का अवसर भी मिला।
इस दौरान फाइटर प्लेन नजदीक से देखने का अवसर भी मिला।

चार सौ किलोमीटर प्रति घंटे स्पीड से विमानों को दौड़ाया
फाइटर प्लेन आसमान में एक आकृति बनाते हुए आगे बढ़ते चले गए। वहीं प्लेन के पीछे छूट रहे सफेद धुएं से भी आकृति बना देते। टीम के सदस्यों ने करीब 10 फाइटर प्लेन के साथ चार सौ किलोमीटर प्रति घंटे स्पीड से आसमान में दौड़ लगाई। कभी एकदम टॉप पर तो कभी तेज स्पीड से जमीन की तरफ लुढ़कते नजर आए।

आम नागरिक देखने आए एयर शो
एयर शो देखने के लिए गुरुवार को आम आदमी आए। इस दौरान मोबाइल और भोजन सामग्री अंदर ले जाने की छूट नहीं थी। इससे पहले बुधवार को स्कूल स्टूडेंट्स एयर शो देखने आए थे।

क्या है सूर्य किरण

सूर्यकिरण विमान एयरफोर्स की एयरोबेटिक्स टीम का हिस्सा है, जिसका इस्तेमाल सेना में प्रशिक्षण के लिए किया जाता है। इसकी रफ्तार 450 से 500 किलोमीटर प्रति घंटे तक होती है। देशभर में जगह-जगह सूर्य किरण एयर शो करती है, ताकि स्कूल स्टूडेंट्स का एयरफोर्स के प्रति आकर्षण बन सकें।

लाल लाइन्स वाले इन विमानों ने आकाश में कई घंटे तक रोमांच पैदा किया।
लाल लाइन्स वाले इन विमानों ने आकाश में कई घंटे तक रोमांच पैदा किया।
एक के पीछे एक विमानों ने गति और अनुशासन भी सिखाया।
एक के पीछे एक विमानों ने गति और अनुशासन भी सिखाया।
सभी विमान समान स्पीड और डायरेक्शन में ऊपर जाते और फिर पलक झपकते ही लौट आते।
सभी विमान समान स्पीड और डायरेक्शन में ऊपर जाते और फिर पलक झपकते ही लौट आते।
फाइटर प्लेन की गति ने भी हर किसी को रोमांचित कर दिया।
फाइटर प्लेन की गति ने भी हर किसी को रोमांचित कर दिया।
सूर्यकरण टीम के विमान आकाश में अपने रंगों के कारण अलग ही नजर आते हैं।
सूर्यकरण टीम के विमान आकाश में अपने रंगों के कारण अलग ही नजर आते हैं।

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