नोखा में कंवलीसर स्कूल के बच्चों ने हाईवे किया जाम: टायर जलाकर किया प्रदर्शन, बोले-टीचर्स की आपसी लड़ाई में पढ़ाई नहीं हो रही

नोखा में कंवलीसर स्कूल के बच्चों ने हाईवे किया जाम: टायर जलाकर किया प्रदर्शन, बोले-टीचर्स की आपसी लड़ाई में पढ़ाई नहीं हो रही

नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा।। स्कूल में टीचर्स की आपसी लड़ाई के चलते पढ़ाई नहीं होने से परेशान स्टूडेंट्स ने ग्रामीणों के साथ चार घंटे तक हाईवे को जाम कर टायर जलाकर प्रदर्शन किया। स्कूल का माहौल खराब करने वाले टीचर्स को बदलने की मांग की। सूचना पर नोखा पुलिस व सीबीईओ मौके पर पहुंचे। मामले की जांच कर सात दिन में कार्रवाई करने का आश्वासन देने पर चार घंटे बाद धरना-प्रदर्शन समाप्त हुआ। मामला बीकानेर के नोखा की कंवलीसर गवर्नमेंट स्कूल का है। प्रदर्शन हाईवे 87-A पर बुधवार सुबह 10 बजे से 2 बजे तक किया गया।

ग्रामीण व स्टूडेंट्स ने बताया कि पिछले सप्ताह दो महिला टीचर्स के झगड़े के परस्पर विरोधी मामले नोखा थाने में दर्ज हुए थे। इसके बाद टीचर कमला जाट को स्कूल से APO कर दिया था। जिसे लेकर ग्रामीण और बच्चे लगातार टीचर को वापस स्कूल में लगाने की मांग कर रहे थे। गुस्साए स्टूडेंट और ग्रामीणों ने बुधवार सुबह करीब 10 बजे कंवलीसर गांव में स्टेट हाईवे 87-A को जाम कर दिया। हाईवे पर पत्थर व छड़ियां डाल दी और टायर जलाकर कर प्रदर्शन किया। इस दौरान हाईवे पर दोनों तरफ वाहनों की कतारें लग गई। सूचना पर नोखा पुलिस और CBEO मौके पर पहुंचे।

हाईवे पर छड़ियां डालकर धरने पर बैठे स्टूडेंट्स।
हाईवे पर छड़ियां डालकर धरने पर बैठे स्टूडेंट्स।

चार दिन से स्कूल के बाहर कर रहे थे प्रदर्शन
इस दौरान स्टूडेंट्स ने बताया कि एक साल से टीचर आपस में राजनीति कर स्कूल का माहौल खराब कर हैं। स्कूल में पढ़ाई नहीं हो रही है। पिछले चार दिन से लगातार स्कूल टीचर स्टाफ को बदलने की मांग को लेकर स्कूल के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में परेशान होकर सड़क पर उतरना पड़ा।

बच्चों को टीसी काटने की धमकियां
वहीं, ग्रामीणों ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई अध्यापिकाओं की लड़ाई के कारण प्रभावित हो रही है। बच्चों के एग्जाम सिर पर हैं व अध्यापिकाएं बच्चों को अपने पक्ष में गवाही देने के लिए भी दबाव बना रही है। ऐसा नहीं करने पर टीसी काटने की धमकियां दी जा रही है। जिससे बच्चे परेशान है वह उनके भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि टीचरों के बीच आपसी समझौता करवाकर दर्ज मामलों को वापस लिया जाए, ताकि स्कूल में पढ़ाई हो सके। अगर ऐसा नहीं हो सकता है पूरे स्टाफ को बदला जाए।

इस पर नोखा सरपंच और CBEO सात दिन में मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद करीब चार घंटे बाद दोपहर 2 बजे ग्रामीण और स्टूडेंट ने धरना समाप्त किया।

स्कूली बच्चों, ग्रामीण और सरपंच के हस्ताक्षर करवाकर पूर्व में शिक्षा विभाग को भेजा गया लेटर।
स्कूली बच्चों, ग्रामीण और सरपंच के हस्ताक्षर करवाकर पूर्व में शिक्षा विभाग को भेजा गया लेटर।

नोखा पुलिस के थानाधिकारी हंसराज लूणा ने बताया कि प्रदर्शन की सूचना के बाद नोखा पुलिस मौके पर पहुंची थी। शिक्षा विभाग के आश्वासन के बाद जाम व प्रदर्शन हटा दिया। शिक्षा विभाग ने सात दिन के अंदर जांच करने का आश्वासन दिया है।

सरपंच नेमीचंद ने बताया कि स्कूल के बच्चों ने ही जाम लगाया था। बच्चों की मांग कि कि आपस में झगड़ने वाले सभी स्टाफ को हटाया जाए। बच्चों पर अध्यापक गवाही देने का दबाव भी डाल रहे है। वहीं स्कूल में माहौल खराब होने से पढ़ाई नहीं हो रही है।

पांचू सीबीईओ सुमेरसिंह ने बताया कि कंवलीसर के ग्रामीणों के द्वारा जाम की सूचना पर मौके पर पहुंचे व विद्यार्थियों व ग्रामीणों को समझाइश कर जाम खुलवाया गया। ग्रामीणों व विद्यार्थियों की मांग और मौका रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है।

ये है मामला
थर्ड ग्रेड टीचर विमला बिश्नोई ने एक मार्च को शारीरिक टीचर कमला जाट के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कराया था। आरोपों के आधार जिला शिक्षा अधिकारी ने एक मार्च को ही कमला जाट को APO कर दिया गया था। इसके बाद टीचर कमला जाट ने तीन मार्च को मामला दर्ज कर आरोप लगाया कि 2016 से स्कूल में कार्यरत हूं। प्रिंसिपल रामचंद्रदान स्कूल में परेशान करता है। एक मार्च को कंप्यूटर क्लाश में बैठी तो अचानक टीचर विमला ने आकर गाली-गलौच कर मारपीट का प्रयास किया। क्लासरूम से बाहर आने पर मारपीट कर चश्मा तोड़ दिया।

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