आरटीई• प्राइवेट स्कूलों में निशुल्क प्रवेश के आवेदन कल से: दो कक्षाओं के लिए ही होंगे आवेदन, 3 से 4 और 6 से 7 साल के विद्यार्थी पात्र, लॉटरी 23 अप्रैल को
नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा।। शिक्षा का अधिकार कानून के तहत प्राइवेट स्कूलों में शिक्षा सत्र 2024-25 के तहत शिक्षा विभाग ने एडमिशन की प्रक्रिया का टाइम फ्रेम घोषित कर दिया है। निजी स्कूलों में निशुल्क प्रवेश के ऑनलाइन आवेदन 3 अप्रैल से 21 अप्रैल तक किए जा सकेंगे। जिन बच्चों को पूर्व में आरटीई के तहत एडमिशन मिल चुका है, वे फिर से आवेदन नहीं कर सकेंगे। जिन्होंने एडमिशन के लिए आवेदन किया, लेकिन प्रवेश नहीं मिल पाया है. वो आवेदन कर सकते हैं। प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार अभिभावक 21 अप्रैल तक आवेदन कर सकेंगे। इसके बाद ऑनलाइन लॉटरी 23 अप्रैल को एनआईसी की ओर से जारी की जाएगी। 23 से 30 अप्रैल तक अभिभावक ऑनलाइन रिपोटिंग कर सकेंगे। 23 अप्रैल से 6 मई तक विद्यालय आवेदन पत्रों की छानबीन करेगा। इसके बाद 23 अप्रैल से 23 मई तक अभिभावक अपने रिकार्ड को सुधार सकेगा। अगर कोई गलत डॉक्यूमेंट दिया है या नहीं दिया है तो उसे जोड़ सकेगा। 23 अप्रैल से 17 मई तक सीबीईओ जांच करेंगे। शेष सभी आवेदन 20 मई को ऑटो बेरिफाइड किए जाएंगे। 21 मई से 25 बुलाई तक एनआईसी की ओर से आरटीई सीट्स का चयन किया जाएगा। दरअसल, ये चयन सशुल्क सीट्स के आधार पर होगा। तीन चरणों में यह प्रक्रिया 31 अगस्त तक चलेगी।
नर्सरी और पहली कक्षा में ही होंगे निशुल्क प्रवेश:
निजी स्कूलों में होने वाले निशुल्क प्रवेश के प्रावधानों में हुए बदलाव के मुताबिक नए शिक्षा सत्र 2024 25 में निशुल्क प्रवेश के लिए नर्सरी और पहली क्लास में ही आवेदन किए जा सकेंगे। वही नई शिक्षा नीति के तहत पहली कक्षा में प्रवेश के लिए 6 से 7 साल आयु वर्ग के अभ्यर्थी आवेदन के पात्र होंगे। नर्सरी कक्षा में 3 से 4 वर्ष के बालक आवेदन कर सकेंगे। पिछले साल तक पहली कक्षा में प्रवेश के लिए 5 से 7 साल की आयु निर्धारित थी। लेकिन नई शिक्षा नीति के तहत अब यह बदलाव किया गया है। आयु की गणना 31 जुलाई 2024 से होगी।
25 प्रतिशत सीट्स पर प्रवेश:
प्रत्येक निजी स्कूल में तीन सुशल्क स्टूडेंट्स के बाद चौथे स्टूडेंट्स का एडमिशन आरटीई के तहत होगा। इसके लिए सभी स्कूल को सबसे पहले दो अप्रैल तक अपनी प्रोफाइल अपडेट करनी होगा।
पांच का करना होगा चयन: ऑनलाइन आवेदन के दौरान प्रत्येक विद्यार्थी को 5 स्कूलों का चयन करना होगा। आरटीई नियमों के मुताबिक वार्ड के अभ्यर्थियों को प्रवेश में प्राथमिकता मिलेगी। पिछले साल आरटीई के तहत राज्य के 1.90 लाख विद्यार्थियों को निशुल्क प्रवेश मिला।