नोखा के शांति वन श्मशान घाट से लकड़ी चोरी एवं खुर्द-बुर्द करने का आरोप, संभागीय आयुक्त को सौंपा ज्ञापन
नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा।। नोखा के शांतिवन श्मशान घाट से लकड़ी चोरी करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को नोखा आगमन पर संभागीय आयुक्त को मामले से अवगत कराया गया और ज्ञापन सौपा। इसमें बताया कि शांतिवन श्मशान घाट में जनसहयोग व नगरपालिका के सहयोग से लकड़ियों की आरा मशीन से कटाई कर संग्रहित कर रखवाई जाती है। इसका उपयोग अंतिम संस्कार के लिए किया जाता है। गत 27 अप्रेल को कटला चौक निवासी सत्यनारायण राठी की मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार करने के लिए सीताराम पंचारिया सहित अन्य – लोग शांतिवन श्मशान घाट गए थे। इस दौरान श्मशान घाट से एक पिकअप व ट्रैक्टर ट्रॉली में लकड़ियां भरी थी। इस संबंध में वाहन चालकों से पूछताछ कर समिति अध्यक्ष शिवनारायण झंवर को फोन कर लकड़ियां चोरी कर ले जाने के मामले से अवगत कराया गया। कुछ देर बाद वे वहां पहुंचे और समिति सदस्य मोहन लाल को बुलाकर बात की। बाद में दोनों ने कहा कि यह लकड़ियां नहीं, कचरा व स्क्रेप है, इसे बेचते हैं। आरोप लगाया कि ट्रैक्टर ट्रॉली के मालिक कन्हैयालाल लखारा ने कहा कि यह लकड़ी उसे बेची गई है और यह किसी काम की नहीं है। उसे समिति से कोई लेना देना नहीं है। कन्हैयालाल ने बताया कि इस लकड़ी को तीन रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीद है। ज्ञापन में आरोप लगाया कि समिति के तीन पदाधिकारियों ने मिलीभगत कर सार्वजनिक उपयोगार्थ जनसहयोग व पालिका सहयोग से श्मशान घाट पर रखी लकड़ियों को बेचकर जन भावनाओं को आहत किया है। यह श्मशान घाट नगरपालिका नोखा की संपत्ति है। यहां कभी लकड़ियों की खरीद नहीं करनी पड़ी और ना ही कभी कमी रहती है। यहां नगरपालिका द्वारा लकड़ियों की व्यवस्था की जाती है, उसमें समिति का किसी प्रकार का कोई खर्च नहीं किया जाता है। इसके बावजूद यहां की लकड़ियों को बेचना गलत है। इससे पूर्व में भी श्मशान घाट में लकड़ी चोरी की घटना हो चुकी है। जिससे आमजन की भावनाएं आहत हुई है। इस मामले में कार्यवाही करने की मांग की गई है। ज्ञापन देने में रामेश्वरलाल, गोपाल तिवाड़ी, रामा महाराज, आसुराम, जगदीश, बाबूलाल आदि शामिल रहे।