नोखा के जसरासर में हुई किसान गोष्ठी: गुलाबी सुंडी के प्रकोप से बचाव की जानकारी दी
नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा।। नोखा उपखंड के जसरासर पंचायत भवन में किसान गोष्ठी का आयोजन किया। जिसमें कपास की फसलों में हो रहे गुलाबी सुंडी के प्रकोप से बचाव के बारे में जानकारी दी। कृषि अधिकारी राजेश बिश्नोई ने बताया कि गुलाबी सुंडी एक कीट है जो विशेष रूप से कपास की फसल में लगता है। पहले यह पंजाब में कपास की फसल में बहुत नुकसान करता था, इसीलिए बीटी कपास का आविष्कार हुआ। लेकिन पिछले कुछ समय से बीटी कपास में भी इसका प्रकोप हो रहा है।पंजाब,गंगानगर-हनुमानगढ़ में पिछले वर्ष बीटी कपास इसके कारण बर्बाद हो गई थी। नोखा और जसरासर क्षेत्र में भी पिछली बार कुछ क्षेत्रों में नुकसान हुआ था। इससे बचाव के लिए आज के कार्यक्रम में गुलाबी सुंडी के प्रबंधन और प्रभावी नियंत्रण के लिए किसानों को पिछले वर्ष के कपास फसल अवशेषों का उचित निस्तारण, अधिकृत विक्रेता से पक्के बिल सहित बीज खरीदने, खड़ी फसल में सुंडी नियंत्रण संबंधी वैज्ञानिक सलाह दी गई। गोष्ठी में कृषि पर्यवेक्षक धन्नाराम एवं रजनी ने कपास की खेती की तकनीकी जानकारी प्रदान की।
इस कार्यक्रम में जसरासर तहसील क्षेत्र के गांव साधासर, थावरिया, झाड़ेली, दुदावास, बिलनियासर, गजसुखडेसर, लालमदेसर, बादनु समेत काफी गांवों के कपास उत्पादक प्रगतिशील कृषकों ने भाग लिया।