5 हजार वाहन मात्र एक यातायात पुलिसकर्मी के भरोसे:- दिन में करीब 30 से ज्यादा बार रेल फाटक बंद होने से लगता नवलीगेट पर जाम
नोखा टाइम्स न्यूज़,नोखा।। नोखा उपखंड मुख्यालय के सबसे व्यस्ततम मार्ग नवलीगेट पर मात्र एक यातायात कर्मी के भरोसे यातायात व्यवस्था कायम रखने की पुलिस विभाग द्वारा कोशिश की जा रही है जो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। नोखा के नवली गेट पर रोजाना 5000 से ज्यादा छोटे, भारी वाहनों निजी और सरकारी बसों का आवागमन रहता है।
शहर को दो हिस्सों में बांटने वाला नवली गेट पर दिन में रेलवे लाइन और रेल फाटक बंद होने के कारण इलेक्ट्रिक रेल लाईन का मेंटीनेश करने वाले उपकरण और लगभग 30 से ज्यादा सवारी, एक्सप्रेस, सुपर फास्ट और मालगाड़ी ट्रेनों का आवागमन रहता है जिसके कारण नवली गेट का रेल फाटक दिन में घण्टो तक बंद रहने के कारण यहां से बड़े वाहन और छोटे वाहन निकालने बंद हो जाते हैं और हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है।
नोखा के नवली गेट पर मात्र एक यातायात पुलिस कर्मी को तैनात किया गया है। इस दौरान रेलवे फाटक खुलने के बाद जल्दी के चक्कर में लोग अपने वाहन वह फंसा बैठते हैं और झगड़ने को उतारू हो जाते है जिन्हें इधर-उधर करवाने के लिए काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता है।
सोमवार सुबह दस बजकर 20 मिनट से लेकर 11 बजकर 20 मिनट के बीच 3 बार गेट खुला। जिसमे करीब 50 मिनट तक गेट बंद रहा। इस दोरान जाम भारी लगा रहा जिसको हटाने में वहा मौजूद यातायात कर्मी को काफी मशक्कत करनी पड़ी वहा फाटक बंद रहने के कारण दुपहिया, कार, तिपहिया, छोटे वाहनों के साथ ही बड़े वाहनों, ट्रक, डंपर और बसों का जाम लग गया जिसके कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा कस्बे के हृदयस्थल वाले आवागमन के इस मार्ग पर कमोबेश यह स्थिति रोजाना होती है।
साल 2018 में तत्कालीन आईजी द्वारा थाने में सीएलजी बैठक ली गई इस दौरान वहां मौजूद जागरूक लोगों ने बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने की मांग करने पर आईजी मौखिक आदेश पर 5 जवान लगाए थे। लेकिन आज 6 साल बाद तीन गुना ट्रेफिक बढ़ने के बाद भी नोखा में 3 ही जवान तैनात है। जिनमे एक हेड कांस्टेबल व दो कांस्टेबल है। 2018 से कोरोनाकाल में 5 जवान तैनात होने के कारण यातायात की व्यवस्था पूरी तरह सुचारू बनी हुई थी लेकिन अब मात्र एक पुलिसकर्मी के भरोसे यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने का प्रयास किया जा रहा है, जो काफी नाकामी साबित हो रहा है। वर्तमान में नोखा में तैनात दो अन्य यातायात कर्मियों को दो रेलवे स्टेशन और घंटाघर के पास नए बनाकर खड़ा कर दिया जो वहा तैनात रहते है जिससे कारण अब नवलीगेट की स्थिति बिगड़ने लगी है। वहीं यातायात पुलिस कर्मियों को लिए एक आदेश भी आया हुआ है जिसमें सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक उन्हें बाजार में नवलीगेट पर ड्यूटी करनी है।
नोखा में करीब 10 यातायात पुलिस कर्मियों की आवश्यकता:- नोखा के कस्बे में यातायात व्यवस्था बनाए रखने को लेकर तीन यातायात कर्मी वर्तमान में तैनात है तीन में से एक की ड्यूटी घंटाघर और दूसरे की ड्यूटी रेलवे स्टेशन के पास लगाई हुई है ताकि वहां जाम की स्थिति नए बने। लेकिन सबसे व्यस्ततम नोखा के नवली गेट के दूसरी तरफ सभी सरकारी वाहन है सरकारी कार्यालय स्थित है। दिन में उपखंड अधिकारी कार्यालय, तहसील कार्यालय, थाना, शिक्षा विभाग का कार्यालय, विद्युत विभाग का कार्यालय, नगरपालिका कार्यालय है दिन में रोजाना हजारों लोगों का आवागमन लगा रहता है लेकिन रेलवे फाटक बंद होने के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नवली गेट के चार तरफ वाहनों की लंबी कतार रहने के कारण वहां से रेलवे फाटक खुलने के बाद लगभग 10 से 15 मिनट बाद कोई भी वाहन चालक निकालने में सफल होता है इस दौरान कई बार चालक आपस में जल्दी के चक्कर में झगड़ बैठते हैं और मारपीट तक हो जाती है। नोखा में अलग अलग स्थानों पर पॉइंट बनांकर 10 से अधिक यातायात पुलिस तैनात करने की आवश्यकता है। जो सदर बाजार, नवलीगेट, सुजानगढ़ रॉड, लखारा चोक स्थित मुख्य बाजार की व्यवस्था सुधार सके। अन्यथा नोखा में यातायात व्यवस्था के हालात परिवर्तन होना मुश्किल ही है।