चातुर्मासीक प्रवचन:-संकट के समय मंत्र-मित्र बन जाता है-साध्वी राजीमती
नोखा टाइम्स न्यूज़,नोखा।। संकट के समय मंत्र-मित्र बन जाता है। ये विचार मंगलवार को नोखा के महावीर चौक स्थित तेरापंथ भवन में साध्वी राजीमती ने चातुर्मास के प्रवचन के दौरान रखें। उन्होने कहा कि जीवन में जप का प्रयोग करना चाहिए। नमस्कार महामंत्र के जप से संकट टल जाते है। 18 पाप से बचें। व्यक्ति को पाप, बाप, सांप से डरना चाहिए। अरिहंत सिद्ध का जाप आत्ोत्थान में सहायक है। भिक्षु स्तवन का संगान करते हुए साध्वी प्रभातप्रभा ने श्रावक श्राविकाओं को कहा कि चातुर्मास में संयम, त्याग, तप करना चाहिए। शक्ति भक्ति जगाऐं। इन्द्रचंद बैद ने बताया कि तपस्याऐं हो रही है। घर घर जाप भी चालु हो गया है। आध्यात्मिक माहोल बना है। लोगों में उत्साह है।