रात को झुंड में आ रहे जंगली सियार, एक किसान की हमले में हुई मौत:-आशंकित किसानों ने सुरक्षा के लिए तारबंदी में लगाया करंट
नोखा टाइम्स न्यूज़,नोखा।। नोखा उपखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली सियारों का आतंक बढ़ने के बाद खेतों में निवास करने वाले किसानों का जीना दूभर हो गया है। साथ ही सियार द्वारा हमला करने के डर के कारण किसान अपने खेत में फसल की पूरी तरह देखभाल भी नहीं कर पा रहे हैं। नोखा के रोड़ा, खारा, कूदसू, बंधाला गांवों में इन दिनों जंगली सियारों के झुंड किसानों को परेशान कर ही रहे हैं साथ ही किसानों में सियार द्वारा हमला करने की अफवाह फैली होने के कारण भय का माहौल बना हुआ है।
रोड़ा के पूर्व सरपंच मनीराम बिश्नोई ने बताया कि रोड़ा गांव के खेतों की रोही में अनेक स्थानों पर जंगली सियारों के झुंड दिन और रात के समय निकालते हैं जिनके कारण किसानों में उनके द्वारा हमला करने का भय बना हुआ है। वे खेती भी नहीं कर पा रहे हैं। किसान गुड्डू शर्मा ने बताया कि दो दिन पूर्व रात के समय उसके खेत में सियारों का झुंड आ पहुंचा, जिसके बाद उन्होंने अपने परिवार की मदद से रात के अंधेरे में उनको भगाया।
सुबह जब उसने अपने पड़ोसियों को बुलाया तो जमीन में एक धारदार नाखून वाले जानवर के बड़े पैरो के निशान बने हुए दिखाई दिए। किसान ने बताया की उसके खेत में इस बार अच्छी फसल हुई है जिसमें बाजरा, ग्वार, तिल के पौधे लगभग 6 से 8 फीट बड़े हो गए हैं। फसल इतनी घनी है कि उसमें तीन फीट आगे जाने के बाद अंदर गया हुआ आदमी दिखाई नहीं देता है। पता नहीं की वहां बैठा कोई सियार या अन्य जानवर कब हमला कर दे। इससे घबराएं वे पूरी तरह से अपने खेत में फसल की देखभाल भी नहीं कर पा रहे हैं। वे अब खेतों की नहीं अपनी ढाणी में भी चारों तरफ करंट लगाकर रात को सो रहे हैं। रामसिंह रोड़ा, पीठाराम सुथार, जयसुखराम बिश्नोई, ओमप्रकाश, खेता महाराज सहित अन्य किसानों ने वन विभाग और अधिकारियों से जंगली जानवरों का रेस्क्यू करने मांग की है।
रामसिंह राजपूत ने बताया कि उनके गांव के आसपास के गांव में इन दोनों रात्रि के समय जंगली सियारों, नील गाय और सूअर का आतंक बना हुआ है। वन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी रामनारायण बिश्नोई ने बताया कि सियार हिंसक जानवर नहीं है। जब इन जानवरों को छेड़ दिया जाता है तो कभी-कभी ये हिंसक भी हो जाते हैं। अभी समय इन जानवरों का बाहर आने का है इसलिए लोगों को सावधानी रखने की जरूरत है। लोगों को खेत में काम करते समय सावधानी रखनी चाहिए। अगर, कोई सियार हिड़काव वाला है तो उसके लिए टीम को भेजा जाएगा।