नोखा में ओपीएस स्वाभिमान मार्च निकाला: पुरानी पेंशन योजना यथावत रखने की मांग, सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
नोखा टाइम्स न्यूज़,नोखा।। आज बुधवार को पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के प्रांतीय आह्वान के तहत नोखा उपखंड मुख्यालय पर कर्मचारियों द्वारा एनएमओपीएस के बैनर तले पेंशन स्वाभिमान मार्च निकालकर उपखंड अधिकारी नोखा को मुख्यमंत्री के नाम पुरानी पेंशन योजना को यथावत रखने की मांग की गई।
साथ ही प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर केंद्रीय कर्मचारियों के लिए प्रस्तावित नई यूनिफाइड पेंशन स्कीम को रद्द कर सभी के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग की गई। इस दौरान एनएमओपीएस नोखा के ब्लॉक संयोजक मोहम्मद हारून कुरैशी ने बताया की केंद्रीय कैबिनेट द्वारा नई पेंशन योजना को अप्रूवल करने के बाद राजस्थान सरकार की ओर से ओपीएस को यथावत रखने को लेकर कोई स्टेटमेंट या स्टेंड सामने नहीं आने से राजस्थान का कर्मचारी वर्ग भी ओपीएस को लेकर आशंकित हो गया है और राज्य सरकार से पुरानी पेंशन योजना में किसी भी तरह की छेड़छाड़ ना करने का भरोसा चाहता है।
कर्मचारी नेता और आज के कार्यक्रम के संयोजक ओम भादू ने बताया कि कर्मचारी बुढ़ापे में सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा के लिए किसी जोखिमपूर्ण या फंड पोषित योजना पर विश्वास नहीं करता, उसे केवल पेंशन नियम 1996 के तहत सुपरिभाषित पुरानी पेंशन योजना पर ही भरोसा है और सरकार को भी कर्मचारी और राज्य के आर्थिक हित में ओपीएस को ही यथावत रखना चाहिए। शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश उपाध्यक्ष ओमप्रकाश बिश्नोई व राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के पांचू ब्लॉक मंत्री रामनिवास गोदारा ने विचार रखे।
इस मार्च में प्रधानाचार्य नारायणदत्त सारस्वत, प्रधानाचार्य पतराम भादू, रेस्ला के रामदयाल बिश्नोई, बामसेफ के हंसराज रेगर राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के रामलाल सियाग, हनुमान कड़वासरा, रामधन चौधरी प्रबोधक संघ के गौरीशंकर भार्गव, गजानंद सारस्वत, नोखा नर्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल दायमा, राजस्थान शिक्षक संघ अंबेडकर के धनाराम पटीर, सीताराम रेगर राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के सत्यनारायण हुड्डा, श्रीनिवास बिश्नोई, भैराराम गोदारा, जगदीश गोदारा, मनोहर बिश्नोई घनश्याम दैया के साथ फिरोज खान, गोरधनराम, सुरेश रेगर, संदीप गोदारा सरोज बिश्नोई, बसंती खत्री, धापी मेघवाल, प्रिया ढाका, राजकला चौधरी, प्रविता गुर्जर, सुनिता वर्मा और ज्योति कुमारी सहित सैंकड़ों की संख्या में शिक्षक कर्मचारी शामिल हुए।