नोखा के तेरापंथ भवन में मंगल भावना समारोहः साध्वी शशिरेखा ने कहा-परमात्मा का आत्मा के साथ जुड़ाव होने पर इंसान वीतरागी बन जाता है
नोखा टाइम्स न्यूज़,नोखा।। नोखा के जोरावरपुरा तेरापंथ भवन में गुरुवार को मुमुक्षु मानवी आंचलिया का मंगल भावना समारोह का आयोजन किया गया। मंगल भावना समारोह कार्यक्रम में मंगल उद्बोधन में आचार्य महाश्रमण की सुशिष्या शासन साध्वी शशिरेखा ने कहा कि जब इंसान मोह माया वाले इस संसार को छोड़ कर अपनी आत्मा के कल्याण की भक्ति में रम जाता है वो व्यक्ति वीतराग पथ की ओर निकल पड़ता है।
साध्वी कांतप्रभा, साध्वी मृदुल यशा, साध्वी शीतल यशा, साध्वी रोहित प्रभा आदि सभी साध्वी वरींद ने मुमुक्षु बहिन के प्रति गीतिका के संगान कर उनके प्रति मंगल कामना की ओर कहा की आप संयम के मार्ग को चुन कर के अपनी आत्मा का कल्याण और मोक्षगामी साधिका बन कर धर्म संघ का नाम गौरवान्वित करते संघ की खूब प्रभावना करें।
मुमुक्षु बहिन मानवी ने अपने जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि मेरे जीवन में धार्मिक क्रिया शुरू से ही थी फिर मेरे दादीसा महाराज शासन गौरव साध्वी राजीमति की भरपूर प्ररेणा रही मेरे जीवन में और आज में संयम पंथ की ओर अग्रसर हूं। आज के इस राक्षस युग में अहंकार मतलब मैं तो मैं इस कलयुग में अहम से अर्हम के पथ पर चलने जा रही हूं। मुझे उस पल का इंतजार है जिस पल में मुमुक्षु से साध्वी बन जाऊंगी। तेयूप के सुरेंद्र कुमार बुच्चा ने भी मुमुक्षु के प्रति मंगल कामना करते हुए कहा की ऐसे वीर माता पिता धन्य हैं। जिन्होंने अपने जिगर के टुकड़े को धर्म संघ को समर्पित कर रहे है। मंगल भावना के क्रम में महिला मंडल ने भी गीतिका को प्रस्तुति दी।
सभा अध्यक्ष बाबूलाल बुच्चा ने कहा अपने वीतरागी जीवन में खूब खूब साधना करो। रतनलाल मरोठी, जीवराज मरोठी, मोनिका बुच्चा, दुलीचंद मरोठी, शांतिलाल बैद, इंदरचंद की वैद आदि सभी ने मुमुक्षु के प्रति मंगल कामना की कार्यक्रम का सुशल संचालन साध्वी शीतल यशा ने किया। ज्ञात रहे मुमुक्षु मानवी की भगवती दीक्षा 16 सितंबर को नोखा के जैन चौक में होने जा रहीं है।