नोखा गाँव में बनेगा 52 फीट ऊंचा शीतला माता का मंदिरः भामाशाह ने किया भूमि पूजन, 2 करोड़ की लागत से होगा निर्माण कार्य
नोखा टाइम्स न्यूज़,नोखा।। प्रसिद्ध धार्मिक स्थल नोखा गांव में शीतला माता का भव्य मंदिर बनाया जाएगा। मंदिर का निर्माण करीब दो करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा। मंदिर वर्ष 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगा। बुधवार को नोखागांव के शीतला माता मंदिर परिसर में भूमि पूजन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। भूमि पूजन कार्यक्रम भामाशाह सुंदरलाल सुराणा व उनकी धर्मपत्नी रंजूदेवी सुराणा ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ करवाया।
पूर्व सरपंच मेघसिंह राठौड़ ने बताया कि नोखागांव में पीपल गट्टे के पास स्थित ओपन कुआं में से शीतला माता की प्रतिमा निकली थी। उस प्रतिमा को शीतला माता तालाब के पास स्थापित किया गया। करीब 80 साल पहले यहां एक मंदिर निर्माण ठाकुर रूपसिंह के द्वारा करवाया गया था। अब ये मंदिर काफी पुराना और जर्जर अवस्था में हो चुका है। जिसका भव्य नवनिर्माण अब नोखा शहर सहित ग्रामीणों के सर्वसमाज के लोगों के जनसहयोग से करवाया जाएगा। मंदिर के पास माता शीतला जी के तालाब का जीर्णोद्धार 2009-10 में पूर्व सरपंच मेघसिंह राठौड़ ने मनरेगा योजना के तहत करवाया था। करीब 25 लाख की लागत से खुदाई व बंधाई का कार्य करवाकर भव्य स्वरूप दिया गया था।
इस तरह का होगा मंदिर
मंदिर की डिजाइन इस तरह से की गई है कि शीतला के मंदिर के सामने प्राचीन व भव्य शीतला तालाब होगा। मंदिर की डिजाइन इस तरह से की गई है तालाब से शीतला माता के चरणों में वंदन करते हुए नजर आएगा। मंदिर का बाहरी आवरण सफेद मार्बल से विभिन्न प्रकार की शैलियों की शिल्पकला के साथ अलौकिकता नजर आएगा। मंदिर निर्माण 52 गुना 84 वर्ग फीट में निर्माण कार्य होंगे। मंदिर की ऊंचाई करीब 52 फिट होगी। जिसमें 45 फीट की ऊंचाई का गुम्बद भी बनाया जाएगा।
ये रहे मौजूद
इस दौरान मेघसिंह राठौड़, सुन्दर लाल सुराणा, गंगा राम लूणावत, पन्नालाल दाधीच, शंकरसिंह बालेचा, अशोक व्यास, शिवसिंह पड़िहार, बाबूसिंह पड़िहार, जेठूसिंह पडिहार, संताराम ढाका, शंकरलाल पंचारिया, चंपालाल पंचारिया, लादूसिंह राठौड़, किशनाराम नाई, मोड़ाराम सियाग, गोपाल गोदारा, महावीरसिंह टीटी, शैतानसिंह, टिक्कू ढाका, मुरली गोदारा, पाबूराम सुथार, कुंभ सिंह, उत्तम लूणावत, सुंदर सोनी, रामेश्वर पंचारिया, शंकर नाई, सुरेन्द्र सिंह सांखला सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।