श्रीमद् भागवत कथा:- आत्मा का परमात्मा से मिलान ही महारास है – कन्हैयालाल महाराज
नोखा टाईम्स न्यूज़,नोखा।। सुजानगढ़ रोड स्थित राठी जी के प्लॉट में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन रविवार को राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भागवत कथाकार कन्हैया लाल पालीवाल महाराज ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण गोवर्धन लीला के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा व शिक्षा देना चाहते हैं। महाराज ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण करना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने वृक्षों को साक्षात देवता बताया वृक्ष हमें ऑक्सीजन, फर्नीचर निर्माण हेतु लकड़ी, औषधीय व ईंधन तथा फल फूल और छाया देता है। हमें वृक्ष की तरह परोपकारी बनना चाहिए। महाराज श्री ने कंस वध प्रसंग में कहा कि बुरे कर्मों से दूर रहना चाहिए, बुरे कर्म हमें नरक की ओर ले जाते हैं, हमें किसी को कष्ट नहीं देना चाहिए। महाराज ने कहा कि जीव का शिव से आत्मा का परमात्मा से मिलान ही महारास है। इस अवसर पर श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह की सजीव झांकी भी सजाई गई।nnमुकेश, अजमल और सुरेश जावर ने बताया कि सोमवार को कथा का विराम होगा। सोमवार को गौशालाओं के प्रबंधकों को महाराज की प्रेरणा से जो राशि कथा में एकत्रित हुई वह वितरण की जाएगी। कथा में पूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल झंवर, विधायक बिहारी लाल बिश्नोई, जगदीश बागड़ी ने भी व्यासपीठ से आशीर्वाद लिया।