अब नोखा जिला हॉस्पिटल में भी ड्रेस कोड लागू:यूनिफॉर्म में नहीं मिला स्टाफ तो कटेगी तनख्वाह
नोखा टाईम्स न्यूज़, नोखा।। नोखा के जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं की शिकायत मिलने के बाद मंगलवार को चिकित्सा विभाग के संयुक्त सचिव देवेंद्र चौधरी अचानक निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान वहां कार्यरत कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।
चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक देवेंद्र चौधरी ने बताया कि नोखा के जिला अस्पताल में लगातार व्यवस्था और लापरवाही की शिकायतें मिलने के बाद उन्होंने खुद मौके पर जाकर अस्पताल का निरीक्षण करने का फैसला किया। इस दौरान वह लगभग पौने दो बजे जिला अस्पताल पहुंचे तो ज्यादातर डॉक्टर अपने चेंबर में नहीं मिले और उनकी कुर्सियां खाली मिली तो अस्पताल प्रभारी के सामने गहरी नाराजगी जताई।
वही अस्पताल समय में मरीज भी डॉक्टरों का इंतजार करते हुए वह दिखाई दिए। इस बात को उन्होंने गंभीरता से लेते हुए तत्काल चिकित्सा प्रभारी को डॉक्टर को समय पर पाबंद रहने के निर्देश दिए। उन्होंने सरकार द्वारा तय समय से पूर्व अपनी सीट छोड़ने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने और उनकी सैलरी रोकने के बारे में भी दिशा निर्देश दिए।
संयुक्त निदेशक देवेंद्र चौधरी ने कहा कि नोखा के जिला अस्पताल में काफी समय से नर्सिंग कर्मियों और डॉक्टरों द्वारा यूनिफॉर्म नहीं पहने नहीं जाने की शिकायत मिल रही थी, जिसके कारण अस्पताल में आने वाले मरीजों को डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के बारे में आवश्यक जानकारी नहीं मिल पाती है।
उन्होंने ड्यूटी पर तैनात सभी चिकित्सा कर्मियों को अपनी वर्दी पहनने और उनके नाम पट्टी सहित वर्दी पर लगाने के निर्देश दिए। जिला हॉस्पिटल में स्टाफ यूनिफॉर्म में नहीं मिलने पर उस दिन की तनख्वाह भी काटी जाएगी। चौधरी ने बताया कि गर्मी के इस मौसम में लू और तापधात, उल्टी दस्त से पीड़ित मरीज को तत्काल चिकित्सा उपलब्ध करवाने, बुजुर्गों के इलाज के लिए पर्याप्त दवाएं, जांच और अन्य चिकित्सा व्यवस्था के निर्देश दिए गए।।
अस्पताल में ओपीडी की जांच के दौरान अस्पताल में उपलब्ध दवाइयां, अनुपयोगी की समान का निस्तारण करने, छुट्टी पर जाने वाले चिकित्सक का दूसरे डॉक्टर को एडिशनल चार्ज देने तथा वेतन संबंधी कार्य समय पर
करने के निर्देश दिए। संयुक्त निदेशक चौधरी ने अस्पताल के स्टाफ से आग्रह किया कि प्रत्येक कर्मचारी अपने नाम
का एक-एक गमला और एक पौधा अपने कार्य स्थल पर लगाए तथा उसकी प्रतिदिन देखभाल करें ताकि अस्पताल को सुंदर बनाया जा सके।
निरीक्षण में जांच के दौरान समय लगने, निशुल्क दवा वितरण केंद्र, ओपीडी, पंजीयन, दवा की उपलब्धता मरीज को उपचार की जानकारी ली। जिला अस्पताल की सफाई व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए इस दौरान अस्पताल प्रभारी डॉक्टर सुनील बोथरा से ऑनलाइन प्रक्रिया, वेतन संबंधी, संचालन में आ रही समस्याओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी व समस्याओं के समाधान की मांग की।