जमीन विवाद में उलझे पुलिस और ग्रामीणः जसरासर थाने के थानेदार पर हमला, कांस्टेबल को भी पीटा, चार के खिलाफ मामला दर्ज

जमीन विवाद में उलझे पुलिस और ग्रामीणः जसरासर थाने के थानेदार पर हमला, कांस्टेबल को भी पीटा, चार के खिलाफ मामला दर्ज

नोखा टाइम्स न्यूज़,नोखा।। नोखा स्थित जसरासर गांव में सोमवार सुबह पुलिस और ग्रामीण एक जमीन के लिए आमने-सामने हो गए। ग्रामीणों ने जसरासर थानाधिकारी और एक अन्य पुलिसकर्मी की पिटाई कर दी। पुलिस का कहना है कि जमीन थाने के लिए आवंटित है और एक ग्रामीण का कहना कि ये जमीन उसकी है। मामला हाईकोर्ट में लंबित है।
थानाधिकारी संदीप का दावा है कि जमीन पर तारबंदी करने और टैंट लगाने के बाद मूलाराम ने हाईकोर्ट में अपील की, जिस पर स्टे मिल गया। स्टे मिलने तक पुलिस अपना कब्जा कर चुकी थी। ऐसे में इसके साथ छेड़छाड़ नहीं हो सकती थी। मूलाराम ने पुलिस का टैंट हटाकर, तारबंदी तोड़कर अपना कब्जा करने का प्रयास किया। गश्त के दौरान जब वहां पहुंचे तो संदीप ने वहां काम कर रहे लोगों को हटाना चाहा। इस पर मूलाराम के साथ ही उसके तीन बेटों रेवंतराम, रामनिवास, विजय पाल के साथ ही मूलाराम की पत्नी, रेवंत राम की पत्नी, मूलाराम के दो भाईयों ने हमला कर दिया। थानाधिकारी को एक जने ने पीछे से पकड़ लिया। जमीन पर गिराया तो महिलाओं ने उस पर चढ़कर नाखून से नोचना शुरू कर दिया। एक अन्य पुलिसकर्मी के साथ भी मारपीट की गई। इस पर गश्त गाड़ी में बैठे दूसरे पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और छुड़वाया। मारपीट में थानाधिकारी के गले व शरीर के अन्य हिस्सों में सामान्य चोट आई है। अब राजकाज में बाधा का मामला दर्ज कराया गया है। पुलिस ने मूलाराम, उसके तीन बेटों, दो बेटों की पत्नियों और दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।

नोखा थानाधिकारी करेंगे जांच

मामला थानाधिकारी ने दर्ज कराया है, इसलिए जांच दूसरे थाने को सौंपी गई है। पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम के आदेश पर नोखा थानाधिकारी को मामले की जांच सौंपी गई है। अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। जांच के बाद ही गिरफ्तारी की कार्रवाई होगी।

क्रॉस एफआईआर नहीं

पूनिया ने बताया कि राजकाज में बाधा डालने का मामला उन्होंने दर्ज कराया है लेकिन किसी ने भी पुलिस के खिलाफ अब तक कोई परिवाद नहीं दिया है। अगर कोई परिवाद आता भी है तो उस पर उच्चाधिकारी निर्णय कर सकेंगे।

मूलाराम का दावा

पुलिस के समक्ष ग्रामीण मूलाराम का दावा है कि ग्राम पंचायत ने थाने के लिए जो जमीन आवंटित की है, वो उसकी स्वयं की है। ऐसे में ग्राम पंचायत को ये अधिकार नहीं है कि इस जमीन का आवंटन पुलिस को कर दिया जाए।

पुलिस का दावा

उधर, पुलिस का कहना है कि ये जमीन उसे ग्राम पंचायत आवंटित की है। इसके बाद एसडीएम स्तर पर जमीन का सीमा ज्ञान करवाया गया है। सीमा ज्ञान करने से ही पता चला कि थाने के लिए जमीन कौन सी है? उसी जमीन पर कब्जा लिया गया। अब काम शुरू होने से पहले मूलाराम का परिवार विरोध कर रहा है।

उच्चाधिकारियों ने लिया संज्ञान

सुबह थानाधिकारी के साथ मारपीट का मामला सामने आने के साथ ही पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम भी एक्टिव मोड पर आ गई। तुरंत पुलिस को मौके पर भेजा गया। अब क्षेत्र को पुलिस ने पूरी तरह घेरा हुआ है। घटना के बारे में आला अधिकारियों को सूचना दी गई है।

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