मोरखाणा में सुसवाणी माता का मंदिर: जहां लगती है आरती और पूजा के लिए बोली


नोखा टाइम्स न्यूज़,नोखा।। राजस्थान में 12 जगहों हैं सुसवाणी मां के मंदिर। देशभर में सुसवाणी माता के 20 मंदिर है। इनमें सबसे ज्यादा मंदिर राजस्थान में है। प्रदेश में 12 जिलों में माता के मंदिर हैं जिसमें सबसे पुराना मंदिर बीकानेर जिले के नोखा तहसील के मोरखाना गांव में है। इसके अलावा तमिलनाडु में दो, महाराष्ट्र में 3, दिल्ली, कोलकाता, कर्नाटक, गुजरात आदि में एक-एक मंदिर है।
पूजा के लिए सुराणा, दुग्गड़ व सांखला परिवार ढाई रुपए मण से लगाते हैं बोली। नोखा के मोरखाणा में सुसवाणी माता के मंदिर में दशहरे की पूजा के लिए सुराना, दुग्गड़ व सांखला परिवार के लोग बोली लगाते हैं। बोली भी सीधे रुपए से शुरू नहीं होती। वह होती है ढाई रुपए मण से।
यह मंदिर की परंपरा है कि यहां बोली मण से शुरू होकर लाखों तक जाती है। इन तीन परिवारों के लोग जितनी ऊंची बोली लगाते हैं, उन्हीं में से मां की पूजा व महाआरती करने का हकदार बनता है। मंदिर परिसर में करीब 500 से अधिक लोग दशमी की पूजा की बोली में शामिल होते हैं। सुराणा, दुग्गड़, सांखला, पुनमिया, चंडालिया, कोठारी, सांड, सालेचा, सियाल, सुखानी गौत्र के इस मंदिर में हर महीने 15-18 दिनों तक सवामणी होती है।



