नोखा में फाग उत्सव की धूम, रंगों में सराबोर हुआ शहर, हर ओर होली का उल्लास


नोखा टाइम्स न्यूज, नोखा।। नोखा की फिजाओं में फाल्गुनी रंग घुल चुका है। हर ओर होली का उल्लास नजर आ रहा है। संतोषी चौक, जिसे ‘संस्कृति चौक’ के नाम से जाना जाता है, वहां 7 मार्च से फाग उत्सव की धूम मची हुई है।

जैसे-जैसे रात गहराती है, रंग रसियाओं की मस्ती परवान चढ़ती है। चंग की थाप और होली के गीतों से माहौल संगीतमय हो जाता है। रंग-बिरंगे परिधानों में सजे कलाकार जब भोलेनाथ के होरी भजन गाते हैं, तो माहौल भक्तिमय हो उठता है। गले में दुपट्टा, सिर पर टोपी और हाथ में चंग लिए रंगबाजों की टोलियां चौक की ओर उमड़ पड़ती हैं। देवर-भाभी की नोकझोंक, राधा-कृष्ण का प्रेम और फाग गीतों की स्वर लहरियां पूरे शहर को उमंग और उल्लास से भर देती हैं। इस बार उत्सव में महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ी है। वे घर की
जिम्मेदारियों से समय निकालकर फाग उत्सव में शामिल हो रही हैं। समवेत स्वरों में होली के गीत गाकर वे अपनी थकान भूल रही हैं। जब कलाकार गाते है “हिरण्या री काई बात भंवर जी, कीर्तियां ढल आई, उडीके थाने घर री लुगाई”— तो वे महिलाएं भावुक हो उठती हैं, जिनके पति कारोबार की व्यस्तता के कारण होली पर घर नहीं आ पाते। रात होते ही पूरा चौक बच्चों, युवाओं, बुजुर्गों और महिलाओं से भर जाता है। हर कोई अपनी मस्ती में डूबा नजर आता है। शहर के प्रतिष्ठित उद्यमी और समाजसेवी भी अपनी व्यस्तताओं को छोड़कर इस रंग में रंगने पहुंच रहे हैं। आधुनिकता के प्रभाव से त्योहारों की चमक भले ही कुछ फीकी पड़ी हो,लेकिन नोखा के लोग अपनी परंपराओं को जीवंत बनाए हुए हैं। फाग मस्ताना ग्रुप के राधेश्याम राठी और राजू राठी ने बताया कि
धमाल गायन में मोहित सोनी, पवन लाहोटी, घनश्याम बिश्नोई, संजय लाहोटी, अंकित तोषनीवाल, कमल राठी, बजरंग राठी, जगदीश पेड़ीवाल, पवन तापड़िया, फूसाराम सोनी, उमेश राठी ने प्रस्तुतियां दीं। रसियाओं ने झूमकर और नाचकर आनंद लिया। कार्यक्रम में फरसराम तापड़िया, ओमप्रकाश लखोटिया, कैलाश सोनी, सिद्धार्थ लाहोटी, सीताराम सोनी, अंजनी लाहोटी, नंदकिशोर लाहोटी, अरुण लखोटिया,रूपचंद सोनी, बसंत छिम्पा, सीताराम छिम्पा, विजय बोथरा, जयचंद सोनी, ओमप्रकाश झंवर, विजय मारू, कृष्णकांत झंवर, दामोदर छिम्पा, श्यामसुंदर खड़लोहिया, अनिल जैन, रेवंतमल बजाज, अशोक लाहोटी, मनीष ओझा, भेरूसिंह राजपुरोहित, विजयपाल, रमेश बागड़ी, मेहेंद्र चांडक, सत्यनारायण राठी, आनंद बिहाणी और महेश लाहोटी उपस्थित रहे।




