नोखा जिला अस्पताल में बंद पड़ी है सोनोग्राफी सेवा, मरीज परेशान: मरीजों को प्राइवेट लैब से करवानी पड़ती है जांच, पार्षद ने मंत्री को लिखा पत्र


नोखा टाइम्स न्यूज़, नोखा।। जिला अस्पताल नोखा में सोनोग्राफी जांच मशीन लंबे समय से बंद पड़ी है। मरीजों को निजी अस्पतालों और लैब में महंगे दामों पर जांच करवानी पड़ रही है। वार्ड पार्षद अंकित तोषनीवाल ने इस समस्या को लेकर राजस्थान सरकार के चिकित्सा मंत्री को पत्र लिखा है। उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर भी मामले का संज्ञान दिलाया गया है।

ज्ञापन में बताया गया कि पहले अस्पताल में सोनोग्राफी जांच की सुविधा थी, लेकिन अब मशीन बंद पड़ी है। मशीन वाले कमरे को ताला लगाकर बंद कर दिया गया है। रोजाना नोखा तहसील के करीब 50 मरीज सोनोग्राफी जांच के लिए आते हैं। डॉक्टर जांच लिखते हैं, लेकिन सुविधा न होने के कारण मरीजों को निजी अस्पतालों में जाना पड़ता है। वहां उन्हें भारी रकम चुकानी पड़ती है, जो आम नागरिकों के लिए मुश्किल है। पार्षद ने मांग की है कि सोनोग्राफी जांच मशीन की सेवाएं फिर से शुरू की जाएं। इससे राज्य सरकार की निःशुल्क जांच योजना का लाभ मरीजों को मिल सकेगा। मरीजों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा और उन्हें निजी लैब में महंगे दाम नहीं चुकाने पड़ेंगे। इससे पहले भी पार्षद तोषनीवाल ने जिला अस्पताल में राज्य सरकार द्वारा भेजी गई दो डायलिसिस मशीनों की सेवाएं शुरू करवाने के लिए चिकित्सा मंत्री को पत्र लिखा था।



