द्वारका शारदा पीठाधीश्वर आज नरसी विला आएंगे, हजारों भगवा पताकाओं से पूरे क्षेत्र को सजाया


नोखा टाइम्स न्यूज, नोखा।। द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य के आगमन को लेकर नोखा क्षेत्र में उत्साह है। मंगलवार को वे सिलवा मुलवास गांव पहुंचेंगे। सुबह 11 बजे नरसी विला/नरसी घर में सत्संग प्रवचन कार्यक्रम में भाग लेंगे। आयोजन की तैयारियां नरसी कुलरिया के नेतृत्व में चल रही हैं। यह कार्यक्रम ब्रह्मलीन संत दुलाराम जी कुलरिया के फलसा स्थित नरसी विला/नरसी घर में होगा।
इस सत्संग समारोह में सींथल पीठाधीश्वर क्षमाराम महाराज, हनुमानगढ़ी के राजूदास जी महाराज सहित कई प्रतिष्ठित संत शामिल होंगे। कार्यक्रम की सफलता के लिए भंवर, नरसी और पूनम कुलरिया के साथ जगदीश व जनक कुलरिया सहित कुलरिया परिवार जुटा हुआ है। आयोजन को भव्य बनाने के लिए परिवारजन सोमवार देर रात तक तैयारियों में लगे रहे।
नरसी कुलरिया ने बताया कि पांडाल व्यवस्था, संत महात्माओं के स्वागत, प्रसाद वितरण और श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए कुलरिया परिवार, वरिष्ठजन और स्थानीय लोगों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। मुख्य मार्गों और मूलवास सिलवा गांव को भगवा पताकाओं से सजाया गया है। सर्वसुविधायुक्त पंडाल बनाया गया है। इसमें महिलाओं, पुरुषों, साधु-संतों और राजनेताओं के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है। शंकराचार्य महाराज बीकानेर में महामंडलेश्वर बजरंगदास महाराज के सानिध्य में आयोजित भागवत कथा में भी शामिल होंगे।
सनातन धर्म में शंकराचार्य का महत्वपूर्ण स्थान:- नरसी कुलरिया ने कहा कि सनातन धर्म में शंकराचार्य का स्थान बहुत महत्वपूर्ण है। उनका आगमन क्षेत्रवासियों के लिए सौभाग्य की बात है। संतों और महापुरुषों ने हमेशा राष्ट्र को एकता के सूत्र में बांधा है। समाज को नई दिशा दी है। राष्ट्र निर्माण में संतों का अहम योगदान रहा है।
उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से वातावरण शुद्ध होता है। लोगों में नैतिकता, मानव धर्म और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है। नरसी कुलरिया अपने पिताजी गोलोकवासी संत दुलाराम जी कुलरिया के बताए हुए सनातन धर्म, संस्कृति और मानव सेवा को अपने जीवन का लक्ष्य मानते हैं। समाज के उत्थान के लिए सेवा कार्यों में सदैव सक्रिय रहते हैं। शंकराचार्य जी के आगमन से मूलवास सिलवा गांव और आसपास के क्षेत्रों में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हो रहा है। नरसी कुलरिया इंटीरियर जगत में प्रतिष्ठित नाम हैं। देश की नामी हस्तियां और शीर्ष कंपनियां उनके कार्य की सराहना करती हैं। वे शिक्षा, कौशल विकास, चिकित्सा, पर्यावरण संरक्षण और गौसेवा के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं। धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी योगदान देते रहते हैं।



